धमतरी। नगर पंचायतआमदी के चुनाव प्रभारी जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मोहन लालवानी ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 3 सालों के कामकाज से प्रभावित होकर जनता ने एक बार फिर नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पर विश्वास जताया है उसी का नतीजा है कि आमदी नगर पंचायत वार्ड क्रमांक 14 के उप चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ को ढहा दिया है । नैतिकता के नाते नगर पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
नगर पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही कांग्रेस ने सभी क्षेत्रों के लिए प्रभारियों की घोषणा की । नगर पंचायत आमदी के लिए मोहनलाल लालवानी को प्रभारी बनाया गया था ।जिसके बाद कांग्रेस का कर्ताओं की टीम के साथ मोहन लालवानी चुनाव के दौरान सक्रियता से कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने की रणनीति के तहत जुटे रहें उसका नतीजा यह हुआ कि वार्ड क्रमांक 14 जहां भाजपा का कब्जा था और उसे भाजपा का गढ़ माना जाता था जिसे कांग्रेस ने छीन लिया और चुनाव में कांग्रेस प्रत्यासी की जीत हुई ।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीन सालों में जो जन हितकारी काम किया है, योजना बनाया है ,उनका कियान्वयन किया जनता ने उस पर अपनी सहमति दिया है। जनता ने मुख्यमंत्री के विश्वसनीय नया छत्तीसगढ़ मॉडल को भी स्वीकार किया है। कांग्रेस सरकार ने पिछले 3 सालों में प्रदेश के हर वर्ग किसान, मजदूर ,आदिवासी, महिला, अनुसूचित जाति, युवा सभी वर्ग के लिए काम किया है। छत्तीसगढ़ के किसान से लेकर उद्योगपति सभी की खुशहै। भूपेश सरकार ने सभी के तरक्की के लिए रास्ते खोले हैं। यही कारण है कि सभी वर्ग के लोग कांग्रेस की सरकार से खुश है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद भूपेश बघेल सरकार ने जनता के भरोसे को बनाया रखा है। यही कारण है कि नगरीय निकाय उपचुनाव में मैं भी जनता ने कांग्रेस प्रत्याशियों को भरपूर आशीर्वाद दिया है। उन्होंने ने कहा कि इस चुनाव में जनता ने भाजपा के सांप्रदायिकता और धर्मांतरण के झूठे मुद्दे को खारिज किया।जनता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी सरकार के 3 सालों के कामकाज पर मुहर लगाया है ।उन्होंने कहा कि धमतरी जिले की तीन नगर पंचायत उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत हुई है जिसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं, मतदाताओं को धन्यवाद दिया। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शरद लोहाना महापौर विजय देवांगन ने आमदी ,मगरलोड,कुरुद, उपचुनाव में सूझबूझ से प्रत्याशी चयन किया और सभी जगह प्रभारियों की नियुक्ति कर स्वयं चुनाव प्रचार में डटे रहे। जिसके कारण जिले में हुये उपचुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो गया।