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महात्मा गांधी को ‘हरा..’ कहने वाले संत कालीचरण के पिता चलाते हैं मेडिकल, महज 8वीं तक ही की है पढ़ाई

कांग्रेस की सरकार में, छत्तीसगढ़ की धरती से ऐसी विवादास्पद बातें हुईं, कि इसकी गूंज अब पूरे देश में सुनाई दे रही हैं. धर्म संसद के इस मंच से न सिर्फ मुसलमानों पर, बल्कि महात्मा गांधी पर भी खूब तीखे प्रहार किए गए. साथ ही देश में एक बार फिर उस बहस को भी जन्म दे दिया है, जो 1947 में तब शुरू हुई थी. जब धर्म के आधार पर देश का बंटवारा कर दिया गया था. हालांकि आज हम बात उस संत की करेंगे, जिसके प्रहार से गांधी में आस्था रखने वाले लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं.

पिता की है मेडिकल शॉप

दरअसल महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देकर चर्चा में आए कालीचरण महाराज, महाराष्ट्र के अकोला के पुराना शहर शिवाजी नगर के रहने वाले हैं. कालीचरण महाराज एक साधारण परिवार में जन्में हैं. उनका असली नाम अभिजीत धनंजय सराग है. वो भावसार समाज के हैं. उनका जन्म अकोला में हुआ है. उनके पिताजी धनंजय सराग की जयन चौक में मेडिकल शॉप है.

भय्यू जी महाराज हैं गुरु

कालीचरण उर्फ अभिजीत ने हरिहर पेट के टाउन जिला परिषद स्कूल में आठवीं क्लास तक ही पढ़ाई की है. उनको पढ़ने में इतनी रुचि नहीं थी. मां बाप ने तंग आकर कालीचरण को उनकी मौसी के यहां इंदौर भेज दिया. जहां रहकर उन्होंने हिंदी बोलनी सीखी. साथ ही भय्यूजी महाराज के आश्रम में जाने लगे, वहां के काम में उनकी रूचि आने लगी और यहीं से उनको भय्यूजी महाराज की गुरु प्राप्ति हुई. यहीं से उनके नए नाम, कालीचरण महाराज की उत्पत्ति हुई.

उनका रूप देख अचंभित हुए अकोला के लोग

48 साल के कालीचरण महाराज सालों बाद अकोला लौटे तो उनका रूप-श्रृंगार देखकर लोग उन्हें चाहने लगे. उनकी शब्दवाणी पर शिवचरण पाठ पढ़ कर लोग उन्हें काफी चाहने लगे.

अपने ही समाज के अध्यक्ष को हरवाया

भावसार समाज के अध्यक्ष अनिल मावले ने एक बार बताया था, कि 2017 में वो महानगर पालिका के चुनाव में खड़े हुए थे, लेकिन कालीचरण महाराज ने विरोधी पार्टी से सांठ-गांठ कर उन्हें हरवा दिया. उन्होंने बताया कि इसके लिए महाराज ने बाद में माफी भी मांगी थी.
शिव तांडव स्त्रोत गाकर चर्चा में आए.

शिव तांडव स्त्रोत गाकर आए चर्चा में

कालीचरण महाराष्ट्र अकोला में हर साल कांवड़ यात्रा में हिस्सा लेते हैं. शिवभक्त कालीचरण महाराज अपने रूप और श्रृंगार को लेकर चर्चा में रहते हैं. कालीचरण महाराज पिछले साल उस समय चर्चा में आए थे जब उन्होंने मध्य प्रदेश के भोजपुर मंदिर में शिव तांडव स्त्रोत गाया था. उनका ये वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया था.

तो ये है कालीचरण महाराज का छोटा सा परिचय. लेकिन उनके इस ताजा बयान के बाद उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. अब देखना ये होगा कि आने वाले वक्त में उनकी गिरफ्तारी भी होगी या फिर ये मामला वक्त के साथ-साथ खत्म हो जाएगा.

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