छत्तीसगढ़ मॉडल की तारीफ सीएमआईई और कांग्रेस आलाकमान ने की, शुक्ला ने कहा-यह भूपेश बघेल की नीतियों का परिणाम
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ मॉडल की सराहना केंद्रीय एजेंसियों स्वंतत्र संस्थाओं के साथ कांग्रेस नेतृत्व भी कर रहा। कांग्रेस आलाकमान ने उत्तरप्रदेश चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र में गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ मोडल की तर्ज पर लागू करने की बात कही है। इसके साथ ही सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकानॉमी (सीएमआईई) की ताजा रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा राज की बढ़ी बेरोजगारी दर कांग्रेस राज में कोरोना काल में घट गई, यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों का परिणाम है। देश भर में छत्तीसगढ़ की योजनाएं सराही जा रही है।
सीएमआईई की रिपोर्ट में स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ में रमन सरकार के समय बेरोजगारी की दर तेजी से बढ़ गई, रोजगार के अवसर कम हुए। जबकि कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने सत्ता सम्हालते ही रोजगार पर ध्यान दिया। समावेशी विकास के साथ-साथ रोजगारोन्मुखी योजनाएं बनाई,जिसका परिणाम सामने है। जब देश में बेरोजगारी दर बढ़ी तब छत्तीसगढ़ में कोरोना काल में बेरोजगारी दर घटी। यह प्रमाण है कि भूपेश बघेल सरकार ने कोरोना काल में रोजगार उपलब्ध कराने का काम प्राथमिकता से किया। भूपेश सरकार की नीतियों के कारण छग में उद्योगों की उत्पादकता बढ़ी, राज्य सरकार के प्रयासों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हुई। एक ओर मोदी सरकार की नीतियों ने कोरोना काल में लाखों लोगों का रोजी रोजगार छीन लिया और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने रोजगार के अवसर बढ़ाकर बेरोजगारी की दर घटा दी। शुक्ला ने कहा कि 2020 में बेरोजगारी दर 7.4 थी जो घटकर 3.91 रह गई। सितंबर 2018 में रमनराज में छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी की दर 22 फीसदी थी, जो पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों का दुष्परिणाम था।