भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का कब्जा
भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव

रायपुर। 36गढ़ के भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का कब्जा हो गया है। सावित्री मंडावी ने बड़ी जीत दर्ज कर ली है। उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम को 21,171 वोटों से हराया है। इस बड़ी जीत के बाद कांग्रेस खेमे में जश्न का माहौल है। कांग्रेस दफ्तर के बाहर जमकर आतिशबाजी हो रही है।
भानुप्रतापुर उपुचनाव नतीजों पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा, कि नतीजा बता रहा है कि सरकार पर लोगों का भरोसा कायम है। वहां पर मनोज मंडावी के किए हुए काम पर मुहर लगी है। भाजपा को वहां दूसरे-तीसरे स्थान पर रहने के लिए भी कड़ा संघर्ष करना पड़ा।
कांग्रेस के पक्ष मे शुरुआती रुझान आने के बाद कांग्रेस खेमे में जश्न का महौल है। कोंडागांव कांग्रेस दफ्तर के बाहर कार्यकर्ता जमकर आतिशबाजी कर रहे हैं।
सावित्री मंडावी शुरू से ही वोटों की गिनती वे आगे चल रही थीं। कांग्रेस को ओर लगातार आ रहे रुझानों को देखते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल रहा। डाकमत पत्रों की गिनती में सावित्री मंडावी आगे रहीं। वहीं ईवीएम के वोटों
की गिनती में भी कांग्रेस प्रत्याशी ही लगातार आगे रहीं।
इस उपचुनाव में कुल 1,41,662 वोट पड़े । कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री मंडावी को 65,479 वोट बीजेपी प्रत्याशी को 44308 वोट और आदिवासी समाज के उम्मीदवार अकबर राम को 23417 वोट मिले हैं। जबकि नोटा पर 4251 वोट पड़े ।
भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत को देखते हुए, मंत्री कवासी लखमा झूम उठे, उन्होंने वोटों की गिनती पूरी होने के पहले से ही जश्न मनाना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा कि भानुप्रतापपुर की महान जनता ने, एक बार फिर से माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और मनोज मंडावी जी के कार्यों और कांग्रेस पार्टी के विचारों पर भरोसा जताया है।
चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा आदिवासी आरक्षण है। भाजपा प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम पर कांग्रेस ने बलात्कार का आरोप लगाया है। भाजपा प्रत्याशी को चुनावी मैदान में हराने कांग्रेस ने बड़ा ट्रंप कार्ड खेला था। तो वहीं भाजपा ने आरक्षण को बड़ा मुद्दा बनाकर इस चुनावी मैदान में अपने लिए जीत का रास्ता क्लियर करने की कोशिश की। तो वहीं इन दोनों ही पार्टियों से खफा सर्व आदिवासी समाज ने अपना प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़ा किया।