राजनांदगांव: हेलमेट पहनकर बाइक चलाने वाले का पुलिस ने किया स्वागत, यातायात सड़क सुरक्षा जागरूकता का शुभारंभ, एक महीने तक अलग-अलग जगह आयोजित किए जाएंगे ट्रैफिक जागरुकता कार्यक्रम
यातायात सड़क सुरक्षा जागरूकता का शुभारंभ
एक महीने तक अलग-अलग जगह आयोजित किए जाएंगे ट्रैफिक जागरुकता कार्यक्रम
जिले में सड़क हादसों को रोकने के लिए प्रशासन हर साल एक महीने तक यातायात सड़क सुरक्षा जागरूकता का आयोजन करती है। 15 जनवरी से 15 फरवरी तक अभियान चलाया जाएगा। सड़क सुरक्षा पर महीने भर चलने वाली इस पहल का उद्देश्य सड़क सुरक्षा उपायों के बारे में जागरुकता बढ़ाना और नागरिकों के बीच जिम्मेदार ड्राइविंग आदतों को बढ़ावा देना है। इस पहल का उद्देश्य राज्य भर में सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण पैदा करना है। इस समय सड़क सुरक्षा सप्ताह चल रहा है।
प्रदेश की राजधानी और गांव व शहरों में परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस, लोगों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देकर उन्हें जागरुक कर रहा है। छत्तीसगढ़ में लोगों की जान बचाने के लिए परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस, स्वास्थ्य, सार्वजनिक निर्माण और शिक्षा विभाग साथ आ गए हैं।
राज्य परिवहन विभाग के अनुसार, इस जागरुकता अभियान में पुलिस, यातायात पुलिस, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग, शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग, धर्मार्थ संगठन, मोटर ड्राइविंग स्कूल, वाहन डीलर, पीयूसी केंद्र, वाहन सहित कई संस्थाओं को शामिल किया गया है। बीमा कंपनियां भी इसमें सहयोग कर रही हैं। लोग ट्रैफिक नियम और उससे भी ज्यादा अपनी जान बचाने के लिए जागरुक हो यही मुख्य उद्देश्य है। समय समय पर सभी विभागों और संगठनों की बैठक होगी जिसमें कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की जाएगी. इसके अलावा सड़क सुरक्षा संदेश वाले बैनर/पोस्टर चौराहों, मुख्य सड़कों और महत्वपूर्ण स्थानों पर लगाए जाएंगे. दफ्तरों, सीमा चौकियों और भीड़ भरे इलाकों में हैंडबिल, पेपर बैज और पैम्पलेट बांटे जाएंगे. इनमें ट्रैफिक नियमों की जानकारी होगी. पेट्रोल पंप, गैरेज, ढाबों और सर्विस सेंटरों पर सड़क सुरक्षा से संबंधित पोस्टर लगाए जाएंगे.यातायात, सुरक्षा नियमों पर ध्यान दें सड़क सुरक्षा सप्ताह के इस अभियान में मोटर ड्राइविंग स्कूलों के प्रशिक्षकों को भी शामिल किया जाएगा, वर्कशॉप्स लगाई जाएगी। इनमें यातायात जागरूकता, सुरक्षा नियम, सड़क संकेत, प्राथमिक चिकित्सा, यात्री सुरक्षा और सड़क यातायात नियमों पर फोकस होगा.सबसे कीमती है जिंदगी सबसे ज्यादा ध्यान छात्रों पर है. अगर छात्र ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरुक हो गए तो पूरी पीढ़ी जागरुक हो जाएगी. इसलिए स्कूल कॉलेजों में सड़क सुरक्षा पर नाटक, भाषण, सेमिनार किए जाएंगे. सार्वजनिक स्थानों पर मोटर और ऑटो ड्राइवर्स को बताया जाएगा कि गाड़ी धीरे चलाएं। नियमों का पालन करें। इससे आपकी जान बचेगी. इसी के साथ राजनांदगांव महिला पुलिस बल ने अभिव्यक्ति नामक एप को भी लोगो को बताया। इस अभियान में कई विद्यार्थियों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया।