रायपुर। विकास कुमार छत्तीसगढ़ कैडर के 2020 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले है। उनका जन्म तीन दिसंबर 1991 को हुआ है। उनका परिवार दरभंगा के एक गांव में निवास करता है। उनके पिता बिहार मिलिट्री पुलिस में हवलदार थे। विकास कुमार ने दसवीं तक की शिक्षा हिंदी माध्यम से ग्रहण की। फिर ग्यारहवीं, बारहवीं अंग्रेजी माध्यम से गणित विषय लेकर उत्तीर्ण की। एनआईटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर टाटा स्टील जमशेदपुर में मैकेनिकल अधिकारी के रूप में कार्य भी किया। विकास कुमार की 2015 में शादी हो गई। शादी के 1 महीने बाद ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। चौथे प्रयास में उनका चयन हुआ।
दो प्रयासों में उन्होंने मेंस लिखा था पर इंटरव्यू जाने से चूक गए थे। चौथे अटेम्प्ट में प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा निकाल कर इंटरव्यू में गए और दो सौ तीन वीं रैंक के साथ यूपीएससी क्रैक किया। मुख्य परीक्षा में उनका वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र था। अपने गांव से यूपीएससी निकालने वाले विकास कुमार पहले व्यक्ति हैं। इसके अलावा औरंगाबाद जिले में विकास के सलेक्शन से पहले पांच सालों तक यूपीएससी में चयन नहीं हो रहा था। विकास के सलेक्शन से यह क्रम टूटा। विकास कुमार ने अट्ठाईस दिसंबर 2020 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। वल्लभभाई पटेल पुलिस प्रशिक्षण अकादमी हैदराबाद से ट्रेनिंग खत्म करने के बाद विकास कुमार की फील्ड पोस्टिंग के लिए बिलासपुर जिले में पोस्टिंग हुई।
बिलासपुर में उन्हें सीपत थाने का थाना प्रभारी बनाया गया। सीपत में थाना प्रभारी रहने के दौरान एनडीपीएस के मामलों के अलावा मिट्टी तेल चोरी के सिंडिकेट को जान पर खेल कर पकड़ा। बिलासपुर के बाद विकास कुमार सीएसपी जगदलपुर बने। जगदलपुर के बाद एडिशनल एसपी कबीरधाम बने। वर्तमान में विकास कुमार कबीरधाम जिले में एडिशनल एसपी हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ के कबीरधाम में भाजपा नेता हत्याकांड के आरोपी प्रशांत साहू की मौत के बाद कवर्धा एएसपी विकास कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है।