छत्तीसगढ़रायपुर

स्वामी अग्निवेश ने भूपेश सरकार द्वारा एसआरपी कल्लूरी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने पर की आलोचना

  • छत्तीसगढ़ की नई सरकार के फैसलों की आलोचना शुरू हो गई है. विवादित आईपीएस अफसर एसआरपी कल्लूरी को एसीबी व ईओडब्ल्यू जैसे महत्वपूर्ण विभाग का आईजी बनाने पर भूपेश बघेल सरकार पर निशाना साधा जा रहा है. भूपेश सरकार ने कल्लूरी को न सिर्फ महत्वपूर्ण विभागों का आईजी बनाया है. बल्कि कथित 36 हजार करोड़ रुपये के बहुचर्चित नागरिक आपूर्ति निगम घोटाला की नए सिरे से जांच के लिए बनी एसआईटी की जिम्मेदारी भी कल्लूरी को ही दी है.
  • सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने भूपेश सरकार द्वारा एसआरपी कल्लूरी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने की आलोचना की है. न्यूज 18 से चर्चा में स्वामी अग्निवेश ने अपने बयान की पुष्टि की है. स्वामी अग्निवेश ने एक बयान जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार में मुख्यमंत्री बनने के साथ भूपेश बघेल ने जो शानदार तरीके से महत्वपूर्ण कदम उठाए उसके लिए उन्हें बहुत बहुत बधाई, लेकिन साथ ही उन्होंने एसआरपी कल्लूरी जैसे एक बदनाम और अपराधी किस्म के पुलिस अफसर को फिर से प्रतिष्ठा देकर जो नियुक्ति की है, उससे मुझे व्यक्तिगत रूप से बहुत दु:ख हुआ.
  • जब मैंने इसकी शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह से की तो उन्होंने उसी रात 26 जुलाई 2011 को उनका ट्रांसफर सरगुजा किया, लेकिन बाद में दंतेवाड़ा के एसएसपी के बदले उन्हें पूरे बस्तर के पांचों जिलों का आईजी बना कर अत्याचार और अनाचार के लिए खुला छोड़ दिया.’
  • स्वामी अग्निवेश के मुताबिक ‘कल्लूरी की वजह से बस्तर में दहशत का माहौल फिर खड़ा हो गया और जो जुडिशल इंक्वायरी जगदलपुर में हाई कोर्ट के जज द्वारा हो रही थी वह बुरी तरह से प्रभावित हुई. दुर्भाग्य था कि यह कल्लूरी उस समय डॉ. रमन सिंह के नाक का बाल बना हुआ था और उसके बारे में उन्होंने कुछ भी सुनना पसंद नहीं किया. यदि कल्लूरी को वहां से हटा दिया जाता तो आज भारतीय जनता पार्टी की जो हालत पूरे बस्तर में बनी आदिवासियों में शायद इतनी बुरी ना बनती.’

एसआरपी कल्लूरी को महत्पूर्ण जिम्मेदारी दिए जाने पर स्वामी अग्निवेश ने लिखा है

‘मुझे आश्चर्य और दु:ख हो रहा है कि भूपेश बघेल जी ने अचानक यह कैसे निर्णय ले लिया. क्योंकि वह स्वयं पहले कल्लूरी के खिलाफ बहुत तीखे बयान दे चुके हैं. आज तो मौका था कि उसके ऊपर सख़्ती से जांच करवाते और उसकी जगह जेल में होती. बजाए उसके उन्हाेंने उसे प्रतिष्ठित पद पर बैठा दिया. यह काम और कोई व्यक्ति भी कर सकता था.’

स्वामी अग्निवेश ने लिखा है कि मैं अभी भी उम्मीद करता हूं भूपेश बघेल जी अपना यह कदम शीघ्र वापस लेंगे और छत्तीसगढ़ के वातावरण को फिर से एक बार बिगड़ने से बचाएंगे. जरूरत पड़ी तो मैं दिल्ली में राहुल गांधी से भी मिलकर यह मुद्दा उठाऊंगा.

 

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