- नक्सल संगठन के टॉप लेवल कैडर में फिर एक बड़ा बदलाव हो सकता है. खूंखार नक्सली कमांडर हिड़मा को नक्सली मिलिट्री की कमान सौंपी जा सकती है. हालांकि नक्सल संगठन की ओर से किसी तरह जानकारी फिलहाल नहीं दी गई है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों के मिलिट्री विंग को और मजबूत करने के लिए ये फैसला लिया जा सकता है. मिली जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मिलिट्री ने संगठन के प्रमुख पद पर वरिष्ठ नक्सल लड़ाकों को बैठाने की कवायद तेज कर दी है. इस लिहाज से नक्सली हिड़मा को मिलिट्री की जिम्मेदारी दी जा सकती है.
- सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली मिलिट्री हेड के पद पर नियुक्ति के लिए 5 नक्सली नेताओं का नाम सामने आए है जिसमे हिड़मा का नाम पहले नम्बर पर है. कुछ दिनों पहले संगठन का महासचिव बसवराजू (नंवबल्ला केशव राव) को बनाया गया था जो एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल. इस लिहाज से नक्सली मिलिट्री की कमांड भी किसी खुंखार नक्सली को संगठन दे सकता है. नक्सली हिड़मा बस्तर के सुकमा के पूवर्ती ग्राम का रहने वाला है. बता दें कि नक्सल संगठन में ये पहला मौका होगा जब किसी बड़े पद पर बस्तर के माओवादियों को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी हो रही हो. फिलहाल सुरक्षा से जुड़े आलाधिकारी ने अभी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है.
किसी के पास नहीं है हिडमा की असली तस्वीर
बस्तर में बड़ी नक्सली वारदातों का जिम्मेदार नक्सली कमांडर हिड़मा ही रहा है. नक्सलियों के सुकमा-बीजापुर इलाके के पहले बटालियन का कमांडर भी हिड़मा ही है. हैरानी की बात ये है कि हिड़मा को कोई पहचानता भी नहीं है. हिड़मा की असली तस्वीर न फोर्स के पास है न सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के पास. हिड़मा झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं की हत्या, ताड़मेटला में 76 जवानों की हत्या, बुरकापाल में सीआरपीएफ के 25 जवानों की हत्या, कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन के अपहरण जैसी बड़ी वारदात में शामिल रहा है. वह नक्सल फोर्स का मुख्य कमांडर है इसलिए वो सुरक्षा एजेंसियों की नजर पर हमेशा से रहे है