कोंडागांव पुलिस ने 1.70 करोड़ की साइबर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का किया पर्दाफाश

रायपुर। कोंडागांव जिले के फरसगांव थाना क्षेत्र से एक बड़ा साइबर ठगी का खुलासा हुआ है, जिसमें 1.70 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने 5 आरोपियों के गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो म्यूल अकाउंट्स के जरिए लोगों को ठगने का काम करते थे।
गिरोह के सदस्य पहले ग्रामीणों से खाते खुलवाते, उनके एटीएम कार्ड और सिम कार्ड जब्त कर लेते। इसके बाद ये खातें साइबर अपराधियों को बेच देते थे। इस तरह से वे 11 राज्यों में फैल कर 17 अलग-अलग ठगी के मामलों में शामिल थे। इनके द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड और डिजिटल ठगी की जा रही थी।
पुलिस अधीक्षक फरसगांव, अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में गठित टीम ने तकनीकी जांच और गुप्त सूत्रों की मदद से इस गिरोह का भंडाफोड़ किया। छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में छापे मारे गए, जिनमें बिलासपुर और प्रयागराज प्रमुख हैं। चार आरोपियों को वहीं से गिरफ्तार किया गया, जबकि मुख्य आरोपी भावेश तारम को फरसगांव से पकड़ा गया।
पुलिस अब बैंकिंग ट्रांजैक्शन, कॉल डिटेल्स और डिजिटल सबूतों की गहन जांच कर रही है। सभी आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम और ठिकाने:
भावेश तारम – ग्राम पथर्री, थाना फरसगांव, कोंडागांव
विवेक जायसवाल – प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
दिलीप साहू – बिलासपुर, छत्तीसगढ़
राकेश कुमार साहू – बिलासपुर, छत्तीसगढ़
विवेक सिंह – प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
पुलिस की सतर्कता और समय पर की गई कार्रवाई से साइबर अपराधियों का नेटवर्क टूटने के करीब है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अपनी व्यक्तिगत जानकारियों को लेकर सतर्क रहें और ऐसे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।