अवैध संबंध की शंका बनी जानलेवा साजिश, कांग्रेस नेता के भाई की हुई बेरहमी से हत्या

रायगढ़ । जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ कांग्रेस के पूर्व विधायक चक्रधर सिंह सिदार के भाई और पाकरगांव के ग्राम सचिव जयपाल सिंह सिदार की हत्या सुपारी देकर कर दी गई। हत्या के पीछे की वजह अवैध संबंधों को लेकर पनपी शंका बताई जा रही है।
जेल से दी गई थी हत्या की सुपारी
हत्या की साजिश के मुख्य आरोपी शिव साहू, जो पहले से ही एक हत्या के मामले में जेल में बंद है, ने जयपाल सिंह की हत्या के लिए 1 लाख रुपए की सुपारी दी थी। उसने 10 हजार रुपए एडवांस में देकर इस घिनौनी साजिश की शुरुआत की। शुभम गुप्ता नामक युवक, जो प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास मित्र के पद पर था, और उसके दो साथियों कमलेश यादव और मदन गोपाल ने मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया।
कैसे हुई वारदात?
7 जुलाई की सुबह जयपाल सिंह अपने बच्चे को स्कूल छोड़कर लौट रहे थे, तभी शुभम ने फोन कर किसी काम के बहाने उन्हें कोतबा बुलाया। तीनों आरोपी जयपाल की कार में सवार हुए। जब कार जशपुर रोड की ओर बढ़ रही थी, तभी शुभम और उसके साथियों ने गमछे से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को जंगल में फेंक दिया गया और मोबाइल फोन मैनपाट के जंगल में फेंककर सबूत मिटाने की कोशिश की गई।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
जयपाल सिंह 7 जुलाई से लापता थे। 23 दिन बाद सिसरिंगा घाटी के जंगल में उनका शव सड़ी-गली हालत में मिला। हत्या की गुत्थी पुलिस ने कार बरामद होने के बाद सुलझानी शुरू की। शुभम गुप्ता और उसके दो साथी गिरफ्तार हो गए हैं। वहीं, सुपारी देने वाला शिव साहू जेल में बंद है।
शक की वजह बनी रिश्तों की जटिलता
रायगढ़ के फुटहामुड़ा निवासी शिव साहू को शक था कि उसकी पत्नी और जयपाल सिंह के बीच अवैध संबंध हैं। इसी शक ने उसे हत्या की साजिश रचने पर मजबूर कर दिया। शिव साहू ने जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद शुभम से संपर्क कर हत्या की योजना बनाई और पैसे देकर उसे अमलीजामा पहनाया।
पुलिस का बयान
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की आगे की जांच जारी है। मृतक की हत्या में संलिप्त अन्य आरोपी भी जल्द पकड़ में आएंगे।