नई पहचान बना रहा है सांसदों का नया आशियाना, पीएम मोदी ने किया उद्घाटन

देश की राजधानी में सांसदों के लिए बने अत्याधुनिक मल्टीस्टोरी आवासीय परिसर का उद्घाटन सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। कार्यक्रम सुबह 9:00 बजे शुरू हुआ, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और किरेन रिजिजू भी मौजूद रहे। इस खास मौके ने सिर्फ एक इमारत की शुरुआत नहीं, बल्कि सांसदों के लिए एक नई कार्यसंस्कृति की नींव रखी।
‘हर किसी को छत’ – मनोज तिवारी की पीएम की नीति पर तारीफ
इस मौके पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में गरीब से लेकर सांसद तक, हर किसी को अपना घर मिल रहा है। यह एक ऐतिहासिक दिन है।”
सिंदूर का पौधा और श्रमिकों से संवाद – एक संवेदनशील नेता की झलक
उद्घाटन समारोह के दौरान पीएम मोदी ने आवासीय परिसर में सिंदूर का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने परिसर निर्माण में जुटे श्रमिकों से भी बातचीत की और उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि “इमारतें सिर्फ ईंट और पत्थर से नहीं, श्रमिकों के पसीने से बनती हैं।”
क्या खास है इन नए सांसद आवासों में?
प्रत्येक फ्लैट करीब 5,000 वर्ग फुट के विशाल कारपेट एरिया में बना है।
डिज़ाइन ऐसा कि सांसद अपने घर से ही आधिकारिक और जनसेवा के कार्य सुचारू रूप से कर सकें। परिसर में सांसदों के आवास के साथ-साथ ऑफिस स्पेस, स्टाफ क्वार्टर और सामुदायिक केंद्र की भी व्यवस्था।भूकंपरोधी ढांचा, मजबूत सुरक्षा प्रणाली और दिव्यांगजनों के लिए सुविधाजनक डिजाइन।
सभी दलों ने की सराहना, विपक्ष ने भी बांधे तारीफों के पुल
भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इस पहल को “प्रधानमंत्री की सतत निगरानी का परिणाम” बताया और कहा, “यह भव्य परिसर सांसदों को बेहतर कामकाज की सुविधा देगा।”वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद अक्षय यादव ने भी फ्लैटों की गुणवत्ता की खुलकर तारीफ की और प्रधानमंत्री मोदी, हाउस कमेटी और अन्य सांसदों को इस प्रयास के लिए बधाई दी।
एक नई शुरुआत, एक नया संदेश
सांसदों के लिए बने इस आधुनिक आवासीय परिसर ने न केवल संसद की कार्यसंस्कृति को नई दिशा दी है, बल्कि यह भी दिखाया है कि नेतृत्व अगर संवेदनशील हो, तो योजनाएं सिर्फ कागज पर नहीं, ज़मीन पर भी नज़र आती हैं।