एनआईटी रायपुर की एफआईई को मिलेगा राष्ट्रीय इन्क्यूबेटर पुरस्कार, छत्तीसगढ़ के स्टार्टअप इकोसिस्टम को नई उड़ान

रायपुर। एनआईटी रायपुर की फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (FIE) को चौथे भारत उद्यमिता शिखर सम्मेलन में राष्ट्रीय इन्क्यूबेटर पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह भव्य समारोह 13 सितंबर को नई दिल्ली के एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होगा। इस सम्मान के जरिए भारत के स्टार्टअप क्षेत्र में एनआईटी रायपुर-एफआईई के उत्कृष्ट योगदान को पहचाना जा रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर संस्था को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार छत्तीसगढ़ के तेजी से बदलते उद्योग और नवाचार के माहौल को मजबूती देगा और राज्य को एक उद्यमिता हब के रूप में स्थापित करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि एफआईई युवा उद्यमियों को सशक्त बनाने और तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में निरंतर सफल होगा।
एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव ने बताया कि यह राष्ट्रीय पुरस्कार संस्था की नवाचार को बढ़ावा देने वाली प्रतिबद्धता का सम्मान है। एफआईई लगातार तकनीकी स्टार्टअप्स को मार्गदर्शन और सहयोग देकर उन्हें सफल उद्यमों में बदलने की दिशा में काम कर रहा है।
मार्च 2021 में स्थापित यह गैर-लाभकारी संस्था, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की निधि योजना के तहत कार्यरत है। अब तक इसने छत्तीसगढ़ में 35 से अधिक स्टार्टअप्स को समर्थन दिया है, जिनमें स्वास्थ्य, गवर्नेंस, क्लीन टेक, डीप-टेक और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं।
एफआईई के नेतृत्व में निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव, कैरियर डेवलपमेंट सेंटर प्रमुख डॉ. समीर बाजपेयी, और संचालन टीम सक्रिय हैं। यह संस्था स्टार्टअप्स को कंपनी स्थापना से लेकर तकनीकी सहायता तक हर कदम पर सहयोग प्रदान करती है। छत्तीसगढ़ के युवा जो अपने उद्यम की शुरुआत करना चाहते हैं, वे एनआईटी रायपुर एफआईई से जुड़कर अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।