बिहार विधानसभा चुनाव की खींचतान में जोश, राजद कार्यकर्ताओं ने राबड़ी देवी से की खास मांग

बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज हो गई है, जहां एनडीए और महागठबंधन (इंडिया ब्लॉक) के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। इसी बीच, राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता टिकट के लिए सक्रिय हो गए हैं और अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे हैं।
हाल ही में राजद कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचे और उन्होंने टिकट वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और बदलाब की मांग की। खासतौर पर नालंदा जिले की इस्लामपुर विधानसभा सीट को लेकर गर्मागर्म बहस छिड़ी हुई है।
इस्लामपुर से राजद विधायक राकेश कुमार रौशन की कार्यशैली पर उठे सवाल
2020 में राजद के टिकट पर जीत हासिल करने वाले इस्लामपुर के विधायक राकेश कुमार रौशन पर कार्यकर्ताओं ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि पिछले पांच सालों में विधायक ने क्षेत्र के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। इसके अलावा, संवादहीनता और भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए गए हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे चुनाव जीताने में अहम भूमिका निभाने के बावजूद उनकी समस्याओं को विधायक ने नजरअंदाज किया है।
सर्वेक्षण के बिना टिकट न देने की मांग
उमेश यादव समेत कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेतृत्व से अपील की है कि टिकट बांटने से पहले क्षेत्र में सर्वे करवाया जाए ताकि विकास कार्यों और जनता की संतुष्टि को आधार बनाया जा सके। उन्होंने साफ कहा कि यदि राकेश कुमार रौशन को फिर से टिकट दिया गया, तो वे पार्टी के लिए वोट नहीं देंगे।
सिर्फ इस्लामपुर ही नहीं, कई अन्य विधानसभा क्षेत्रों से भी कार्यकर्ता राबड़ी देवी से मिले और वर्तमान विधायकों के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। चुनावी रणभूमि में यह सरगर्मी साफ दर्शाती है कि राजनीतिक दलों के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर समीकरण काफी पेचीदा होने वाले हैं।
क्या इस बार बिहार का राजनीतिक परिदृश्य पूरी तरह बदल जाएगा? वक्त ही बताएगा।