खेल समाचार | क्रिकेट, फुटबॉल, ओलंपिक | Fourth Eye News।Sports

एशिया कप में दमदार आगाज़ की तैयारी में टीम इंडिया — कप्तान सूर्यकुमार और कोच गंभीर के सामने “स्वीट प्रॉब्लम”

10 सितंबर को जब भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप में अपने सफर की शुरुआत यूएई के खिलाफ करेगी, तो मैदान पर सिर्फ खिलाड़ियों की नहीं, रणनीति की भी कड़ी परीक्षा होगी। कप्तान सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर के पास चुनने को इतने विकल्प हैं कि एक सही प्लेइंग-11 बनाना किसी चुनौती से कम नहीं।

टीम इंडिया इस बार जीत के साथ आगाज करना चाहती है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है—किसे खिलाएं और किसे बैठाएं?

शिवम दुबे पर टिकी हैं नजरें — ऑलराउंडर की भूमिका में नया हथियार?

मैच से ठीक दो दिन पहले गेंदबाज़ी कोच मोर्ने मोर्कल ने जो बयान दिया, उसने सभी का ध्यान खींचा है। उन्होंने इशारा किया है कि शिवम दुबे को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है।

मोर्कल की सोच साफ है—वो शिवम को एक बैकअप मीडियम पेस ऑलराउंडर के तौर पर तैयार करना चाहते हैं, खासकर आगामी टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए। उनका कहना है कि “शिवम जैसे खिलाड़ी अगर 4 ओवर डालने में सक्षम हो जाएं, तो टीम को संतुलन मिलता है।”

गंभीर की रणनीति: मल्टीटैलेंटेड खिलाड़ियों का जमावड़ा

गौतम गंभीर टीम इंडिया को सिर्फ एकतरफा खिलाड़ियों से नहीं, बल्कि हर विभाग में योगदान देने वाले खिलाड़ियों से भरना चाहते हैं। मोर्कल ने बताया, “हम चाहते हैं कि ऑलराउंडर दोनों स्किल्स पर मेहनत करें। कई बार खिलाड़ी सिर्फ बैटिंग या बॉलिंग पर ध्यान देने लगते हैं, लेकिन टी20 में यह नहीं चल सकता।”

टी20 का गेम—जहां छठा-सातवां गेंदबाज़ भी हीरो बन सकता है

मोर्कल की एक बात बहुत महत्वपूर्ण है—“हर गेंदबाज का दिन नहीं होता”। उन्होंने कहा, “टी20 ऐसा फॉर्मेट है जहां टॉप क्लास बॉलर भी पिट सकता है। ऐसे में जरूरत पड़ने पर किसी ऐसे खिलाड़ी को गेंद थमानी होती है जो आमतौर पर नहीं डालता।”

स्पिन का महारथी: कुलदीप यादव पर फिर से भरोसा

टीम इंडिया में स्पिन की बात हो और कुलदीप यादव का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। मार्च की चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने चार स्पिनर उतारे थे, लेकिन अब माहौल बदल गया है।

मोर्कल का कहना है कि दुबई की पिचें अब थोड़ी हरी हैं और कुलदीप को इसमें भी सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है। उन्होंने कहा, “कुलदीप एक पेशेवर खिलाड़ी हैं। इंग्लैंड में भले उन्हें मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने प्रैक्टिस में जमकर पसीना बहाया।”

कुलदीप का कमबैक मूड में — दुबई में ‘चाइनामैन’ का जलवा तय?

दिलीप ट्रॉफी में 35 ओवर फेंकने के बाद कुलदीप ने लय भी पकड़ ली है। मोर्कल ने कहा, “बड़े मैदान और स्पिन के लिए मददगार विकेट कुलदीप के लिए फायदेमंद होंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि वह एशिया कप में शानदार प्रदर्शन करेंगे।”

अंतिम बात: टीम इंडिया तैयार है, अब बस 11 योद्धाओं का चयन बाकी है

जैसे-जैसे 10 सितंबर नजदीक आ रहा है, सबकी निगाहें टीम इंडिया की प्लेइंग-11 पर टिकी हैं। क्या शिवम दुबे को मौका मिलेगा? क्या कुलदीप फिर से चमकेंगे? क्या सूर्यकुमार की कप्तानी और गंभीर की रणनीति भारत को खिताब दिलाएगी?

जवाब मैदान पर मिलेगा — लेकिन तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button