सुखमनिया बाई को मिला अपना सपना घर, पक्के मकान में बसेगा अब सुनहरा भविष्य

रायपुर। दूरस्थ गोविंदपुर गांव की विशेष पिछड़ी जनजाति से belonging सुखमनिया बाई अब पक्के मकान में रह रही हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने उनके वर्षों पुराने सपने को साकार किया है। पहले मिट्टी की दीवारों और खपरैल की छत वाले कच्चे घर में जीवन बिताने वाली सुखमनिया अब ईंट-पत्थर से बने, सुंदर और स्वच्छ फर्श वाले पक्के मकान में अपने परिवार के साथ रह रही हैं।
वर्ष 2024-25 में उन्हें इस योजना के तहत आवास निर्माण की स्वीकृति मिली थी। शासन की सहायता, मेहनत और आत्मविश्वास से उन्होंने नया घर बनवाया। अब उन्हें बारिश में टपकती छत, कीड़े-मकोड़ों और सीलन से डर नहीं लगता।
सुखमनिया कहती हैं, “हमने कभी नहीं सोचा था कि अपना पक्का घर होगा। थोड़ी बहुत खेती से केवल घर खर्च चलता था, लेकिन अब शासन की योजना ने हमारा जीवन बदल दिया है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार व्यक्त किया और कहा कि अब उनके नाती-पोतों को भी सुरक्षित, स्थिर और सशक्त जीवन मिलेगा।