कोरबा में शिक्षा व्यवस्था को नई उड़ान, 480 से अधिक शिक्षक नियुक्त, दूरस्थ गांवों तक पहुंची गुणवत्तापूर्ण शिक्षा

कोरबा जिले में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने और शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। जिला खनिज न्यास (DMF) के माध्यम से हायर सेकेंडरी स्कूलों में 118 लेक्चरर, मिडिल स्कूलों में 109 शिक्षक और प्राइमरी स्कूलों में 243 सहायक शिक्षक नियुक्त किए गए हैं।
अब पचरा, श्यांग, कटमोरगा जैसे दूरस्थ गांवों के स्कूलों में भी नियमित रूप से सभी विषयों की कक्षाएं संचालित हो रही हैं। इससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा मिल रही है और स्थानीय शिक्षित युवाओं को रोजगार का अवसर भी मिला है।
यह नियुक्ति प्रक्रिया पारदर्शी और पात्रता आधारित रही। साथ ही, पहाड़ी कोरवा और बिरहोर जैसी विशेष पिछड़ी जनजातियों को भी प्राथमिकता दी गई है, जिससे वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें।
जिले में शिक्षकों के साथ 310 भृत्यों की भी नियुक्ति की गई है। DMF निधि से कार्यरत शिक्षकों के मानदेय में वृद्धि की गई है—हायर सेकेंडरी व्याख्याताओं को ₹15,000, मिडिल स्कूल शिक्षकों को ₹13,000, प्राथमिक शिक्षकों को ₹11,000 और भृत्यों को ₹8,500 प्रतिमाह मिलेंगे।