“भारत एक महान देश है, उसके नेता मेरे दोस्त हैं” – ट्रंप का प्यार, राजनीति और शांति का संदेश

अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी ‘दोस्ती’ और ‘डिप्लोमेसी’ का तड़का लगाते हुए भारत की तारीफ की – वो भी बिना नाम लिए! इजराइल-गाजा युद्धविराम के मौके पर आयोजित वैश्विक सम्मेलन में ट्रंप बोले, “भारत एक महान देश है, जिसका नेतृत्व मेरे बहुत अच्छे मित्र कर रहे हैं।”
ट्रंप ने कहा, “मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान एक साथ बहुत अच्छी तरह रह सकते हैं।” ये कहते हुए उन्होंने मंच पर अपने पीछे खड़े पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की ओर मुस्कराकर देखा।
आगे बोले, “भारत ने शानदार काम किया है, और पाकिस्तान भी बेहतर दिशा में है। दोनों देशों को साथ आगे बढ़ना चाहिए।” फिर मजाकिया अंदाज़ में ट्रंप बोले, “अब कहने को कुछ बचा नहीं, चलो घर चलते हैं!”
इससे पहले उन्होंने शरीफ और पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर की भी प्रशंसा की और शरीफ को मंच पर बोलने के लिए आमंत्रित किया। उनके भाषण के बाद ट्रंप फिर माइक पर लौटे और बोले, “क्या ही शानदार भाषण था… अब शायद मुझे कुछ नहीं कहना चाहिए!”
“8 जंग रुकवाई हैं, नोबेल नहीं मिला!” – ट्रंप की नाराज़गी
ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने अब तक 8 युद्धों को रुकवाया है – भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष से लेकर अब गाजा युद्ध तक। लेकिन जब बात नोबेल पुरस्कार की आई, तो ट्रंप थोड़े खफा नजर आए।
उन्होंने कहा, “मैंने यह शांति के लिए किया, ना कि किसी अवॉर्ड के लिए। लाखों जिंदगियां बचाईं… लेकिन शायद मैं अपवाद नहीं बन पाया।”
भारत-पाक संघर्ष विराम पर क्रेडिट का खेल
ट्रंप बार-बार दावा करते रहे हैं कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम में अमेरिका की भूमिका रही है। उन्होंने 10 मई को सोशल मीडिया पर कहा था कि उनकी मध्यस्थता से दोनों देश संघर्ष विराम पर सहमत हुए।
हालांकि भारत की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि यह समझौता दोनों सेनाओं के DGMO के सीधे संवाद से हुआ था, किसी तीसरे पक्ष की भूमिका नहीं थी।



