नीतीश रेड्डी हुए टीम इंडिया से रिलीज, अब दिखेंगे इंडिया A में — हार्दिक पंड्या का नया विकल्प तैयार कर रही BCCI

शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया साउथ अफ्रीका के खिलाफ 14 नवंबर से शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ के लिए पूरी तरह तैयार है। बीसीसीआई ने पहले टेस्ट से पहले बड़ा फैसला लेते हुए युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को मुख्य टीम से रिलीज कर दिया है।
नीतीश अब टीम इंडिया ए का हिस्सा होंगे और साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ वनडे सीरीज़ में खेलते नज़र आएंगे, जिसकी कमान तिलक वर्मा के हाथों में है।
क्यों किया गया रिलीज?
पहले टेस्ट की प्लेइंग 11 लगभग तय मानी जा रही है और ऐसे में नीतीश के लिए जगह बनना मुश्किल था।
टीम मैनेजमेंट ने इसलिए उन्हें मैच टाइम और प्रैक्टिस दिलाने के लिए इंडिया ए में भेजा है।
13 नवंबर से शुरू हो रही वनडे सीरीज़ में नीतीश बतौर तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर खेलेंगे, जबकि 14 नवंबर से कोलकाता में पहला टेस्ट शुरू होगा।
दूसरा टेस्ट 22 से 26 नवंबर तक खेला जाएगा। नीतीश रेड्डी दूसरे टेस्ट से पहले दोबारा टीम से जुड़ सकते हैं।
हार्दिक पंड्या का रिप्लेसमेंट?
बीसीसीआई अब नीतीश रेड्डी को हार्दिक पंड्या के विकल्प के रूप में तैयार कर रही है।
पंड्या अक्सर चोटिल रहते हैं और टीम को एक भरोसेमंद तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की ज़रूरत है — जिसे अब बोर्ड नीतीश रेड्डी के रूप में देख रहा है।
नीतीश चोट के बाद साउथ अफ्रीका सीरीज़ से वापसी कर रहे हैं और इंडिया ए के लिए यह मौका उनके करियर का अहम मोड़ साबित हो सकता है।
🇮🇳 अपडेटेड टीमें
पहले टेस्ट के लिए टीम इंडिया (Team India):
शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान, विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, आकाश दीप।
वनडे सीरीज़ के लिए टीम इंडिया ए (Team India A):
तिलक वर्मा (कप्तान), ऋतुराज गायकवाड़ (उपकप्तान), अभिषेक शर्मा, रियान पराग, ईशान किशन (विकेटकीपर), आयुष बडोनी, निशांत सिंधु, विप्रज निगम, मानव सुथार, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, खलील अहमद, प्रभसिमरन सिंह (विकेटकीपर), नीतीश कुमार रेड्डी।
नया नजरिया
टीम इंडिया इस वक्त बदलाव के दौर में है — जहां नई पीढ़ी के खिलाड़ी अनुभव और आत्मविश्वास दोनों के साथ मैदान में उतर रहे हैं।
बीसीसीआई का यह कदम न सिर्फ टीम बैलेंस के लिए, बल्कि भारत के भविष्य के ऑलराउंडर तैयार करने की दिशा में एक सोच-समझी रणनीति भी है।




