बाल दिवस पर दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय में उमड़ा उत्साह, बच्चों की प्रतिभा ने जीता दिल

रायपुर। बाल दिवस के अवसर पर शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, मठपुरैना रायपुर में आज का दिन बेहद खास रहा। परिसर में उत्साह चरम पर था जब राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा बच्चों से मिलने पहुंचे। विद्यालय के बच्चों, शिक्षकों और प्राचार्य ए.के. त्रिवेदी ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। कार्यक्रम की शुरुआत “भारत माता की जय” और “छत्तीसगढ़ महतारी की जय” के उल्लासपूर्ण नारों से हुई।
अपने संबोधन में मंत्री वर्मा ने कहा कि हर बच्चे के भीतर अपार संभावनाएँ छिपी होती हैं। उन्होंने प्रेरक उदाहरण देते हुए समझाया कि जीवन में हिम्मत और आत्मविश्वास हो तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं रहती। सर्कस के हाथी की कथा सुनाकर उन्होंने बताया कि मानसिक बंधन ही सबसे बड़े बंधन होते हैं। उन्होंने बच्चों को भरोसा दिलाया कि वे चाहे जो चाहें, उसे हासिल कर सकते हैं—जरूरत है तो सिर्फ खुद पर विश्वास की।
इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय के पूर्व छात्र और अब प्रोफेसर उत्तम वर्मा को विशेष शुभकामनाएँ भी दीं, जिनके आग्रह पर वे व्यस्त कार्यक्रम के बीच विद्यालय पहुंचे। बच्चों द्वारा प्रस्तुत नृत्य-संगीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सबका मन मोहा। मंत्री वर्मा ने बच्चों की बनाई पेंटिंग और कला कृतियों की भी प्रशंसा की। कार्यक्रम के दौरान उन्हें बच्चों के साथ छत्तीसगढ़ का राजगीत गाने का अवसर मिला, जिसने माहौल को और भी आनंदमय बना दिया।
उन्होंने शिक्षकों के समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें बच्चों का वास्तविक मार्गदर्शक बताया और विद्यालय की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया। अंत में मंत्री वर्मा ने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सरकार हमेशा उनके साथ है और उनकी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के हर प्रयास में सहयोग करेगी।




