एनडीए को प्रचंड बहुमत, जन सुराज पार्टी ने जताई राहत और आलोचना

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को भारी बहुमत मिलने पर जन सुराज पार्टी (JSP) ने बधाई दी है, लेकिन पार्टी ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि यह जीत अगर सरकार के कामकाज पर आधारित होती तो और संतोषजनक होती।
JSP के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने आरोप लगाया कि एनडीए ने लगभग 40 हजार करोड़ रुपये खर्च कर बहुमत ‘खरीदा’ है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव को सत्ता में आने से रोकने के लिए उनके समर्थक एनडीए के साथ चले गए। पार्टी को उम्मीद थी कि उन्हें 15 प्रतिशत वोट मिलेंगे, लेकिन वास्तविकता में केवल 4 प्रतिशत वोट हासिल हुए। उदय सिंह ने कहा कि यह जनादेश निराशाजनक है, पर हताश नहीं। वे वादा करते हैं कि सदन के बाहर रहते हुए भी जन सुराज पार्टी मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
उदय सिंह ने बताया कि यह पहली बार हुआ कि वोट की पूर्व संध्या पर जनता के खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए। लगभग 40 हजार करोड़ रुपये वोटों के लिए खर्च किए गए, जिससे बिहार की अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव पड़ेगा। शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे आवश्यक क्षेत्र प्रभावित होंगे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विश्व बैंक से लिए गए किसी प्रोजेक्ट के 14 हजार करोड़ रुपये कैश ट्रांसफर में इस्तेमाल किए गए। इसके बावजूद जनता ने एनडीए को समर्थन दिया। उदय सिंह ने नई सरकार से अपील की कि भ्रष्ट और दागियों को मंत्री न बनाया जाए और बिहार के विकास के लिए फैक्ट्रियां लगाकर पलायन की समस्या को सुलझाया जाए।
उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन ने मजबूत विपक्ष के रूप में अपनी भूमिका नहीं निभाई, और यह जिम्मेदारी अब जन सुराज पार्टी उठाएगी। सरकार के हर फैसले की समीक्षा की जाएगी और किसी भी गलत नीति को उजागर किया जाएगा।




