कार्बी आंगलोंग में जमीन विवाद ने लिया हिंसक मोड़, दो की मौत; इंटरनेट बंद, निषेधाज्ञा लागू

असम के कार्बी आंगलोंग जिले में लंबे समय से सुलग रहा जमीन खाली कराने का विवाद एक बार फिर हिंसा में तब्दील हो गया। ताजा झड़पों में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 45 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें 38 पुलिसकर्मी शामिल हैं, जो हालात को काबू में करने के दौरान जख्मी हुए।
स्थिति बिगड़ने के बाद राज्य सरकार ने कार्बी आंगलोंग और वेस्ट कार्बी आंगलोंग जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। इसके साथ ही भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत कड़ी निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। खेरोनी और आसपास के इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने घरों, दुकानों और सरकारी संपत्तियों को निशाना बनाया, वहीं डोंगकामुकाम में हिंसा और भड़क उठी।
सबसे गंभीर घटना तब सामने आई जब प्रदर्शनकारियों ने कार्बी आंगलोंग ऑटोनॉमस काउंसिल (KAAC) के प्रमुख तुलिराम रोंगहांग के पैतृक आवास में आग लगा दी। पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा।
प्रशासन के अनुसार, विवाद की जड़ विलेज ग्रेजिंग रिजर्व (VGR) और प्रोफेशनल ग्रेजिंग रिजर्व (PGR) की संरक्षित जमीन से अतिक्रमण हटाने को लेकर है, जो संविधान की छठी अनुसूची के तहत आती है। भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को अस्पताल ले जाने की घटना के बाद हालात और बिगड़ गए।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। प्रशासन का दावा है कि स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में लाई जा रही है, हालांकि इलाके में तनाव बरकरार है।


