तकनीकी और कौशल शिक्षा में नया अध्याय: छत्तीसगढ़ में युवाओं के लिए बढ़े अवसर

रायपुर। छत्तीसगढ़ में तकनीकी, व्यावसायिक और कौशल शिक्षा को नई दिशा देने के लिए राज्य सरकार ने व्यापक कदम उठाए हैं। प्रदेश में संचालित इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक और फार्मेसी संस्थानों में पढ़ने वाले लगभग 60 हजार विद्यार्थियों के लिए नए पाठ्यक्रम, आधुनिक ब्रांच और रोजगार से जुड़ी पहल की गई है। बीते वर्षों की तुलना में इस साल इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों में दाखिले में करीब 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
सत्र 2025-26 से आईआईटी मॉडल पर उन्नयन करते हुए रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी उभरती तकनीकों के साथ चार छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना की गई है। इसके अलावा रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में नए संस्थान शुरू करने की तैयारी है। नवाचार और स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए राज्य में i-Hub की शुरुआत की गई है, जहां विद्यार्थियों को उद्यमिता से जुड़ा मार्गदर्शन मिल रहा है।
रोजगार और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के लिए निजी कंपनियों और उद्योग संगठनों के साथ एमओयू किए गए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने, शिक्षा ऋण पर ब्याज अनुदान देने, शिक्षकों और कर्मचारियों के पदोन्नयन जैसी पहल से शैक्षणिक माहौल को सुदृढ़ किया गया है।
केंद्र और राज्य की विभिन्न योजनाओं के तहत हजारों युवाओं को कौशल प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें महिलाओं और बस्तर अंचल के युवाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही है। आईटीआई के आधुनिकीकरण, नए ट्रेडों की शुरुआत और प्लेसमेंट कैंप के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ने के प्रयास लगातार जारी हैं।




