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नईदिल्ली : बीजेपी फिलहाल वसुंधरा को बदलने के मूड में नहीं

नई दिल्ली  :  राजस्थान में लोकसभा की दो और विधानसभा की एक सीट पर भारी भरकम वोटों से कांग्रेस के हाथों मात खाने के बाद भले ही वसुंधरा राजे सिंधिया के खिलाफ बगावत के सुर उठे हों लेकिन फिलहाल बीजेपी उन्हें बदलने के मूड में नहीं है। बीजेपी नेता इस हार से बेहद चिंतित हैं इसलिए अब राजस्थान में संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी आलाकमान नए सिरे से कवायद में जुट गया है। ऐसे में हो सकता है कि अगले कुछ दिनों में संगठन में बड़े बदलाव किए जाएं और राजस्थान को लेकर कुछ अहम फैसले भी लिए जाएं।
फिलहाल परिवर्तन के मूड में नहीं
बीजेपी विधानसभा चुनाव से महज आठ महीने पहले फिलहाल मुख्यमंत्री बदलने के मूड में नजर नहीं आ रही। हालांकि पार्टी ने अभी भी सभी विकल्प खुले रखे हैं। पार्टी नेताओं का मानना है कि चुनाव से ऐन पहले इस तरह के बदलाव का मेसेज यही जाएगा कि खुद पार्टी ने ही सिंधिया सरकार को नाकाम मान लिया है। इसका चुनाव पर बुरा असर पड़ेगा। दूसरा पार्टी की चिंता वसुंधरा राजे के व्यवहार को लेकर भी है। पार्टी के सभी नेता जानते हैं कि अगर सिंधिया को हटाया जाता है तो इससे दांव उलटा पड़ सकता है। जिस तरह से उनकी राज्य की पार्टी इकाई और विधायकों पर पूरी पकड़ है, उससे यह खतरा है कि वे बगावत पर न उतर आएं। अगर ऐसा हुआ तो इससे पार्टी को बड़ा नुकसान को सकता है।
बीजेपी को झटका
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जिस तरह से राजस्थान की दोनों लोकसभा सीटों और विधानसभा की सीट पर बीजेपी को पराजय का सामना करना पड़ा है, उससे पार्टी आलाकमान को भी जोरदार झटका लगा है। इसकी वजह यह है कि पार्टी को राज्य की ओर से बार-बार यही जानकारी दी जा रही थी कि लोकसभा की दोनों सीटों पर पार्टी की स्थिति ठीक है और दोनों सीटें जीत सकती है। लेकिन जब नतीजे इसके बिलकुल उलट नजर आए।
पार्टी में नाराजगी
सूत्रों का कहना है कि इन चुनाव नतीजों के बाद पार्टी के भीतर सबसे अधिक नाराजगी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया को लेकर है। हालांकि अब तक सिंधिया के खिलाफ किसी बड़े नेता का बयान नहीं आया लेकिन इसके बावजूद उनके खिलाफ बाकायदा नेताओं का एक ग्रुप भी बन गया है, जो चाहता है कि चुनाव से पहले सिंधिया को नहीं हटाया गया तो विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पराजय कासामना करना पड़ेगा। इसी मकसद से पार्टी का यह खेमा लगातार आलाकमान के समक्ष गुहार लगा रहा है।
 

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