लोकसभा प्रभारियों के फीडबैक से कम हुई भाजपा की चिंता
रायपुर
लोकसभा चुनाव में मतदान के बाद भाजपा ने सभी 11 लोकसभा प्रभारियों से फीडबैक लिया। लोकसभावार प्रभारियों से रिपोर्ट के बाद पार्टी के आला नेताओं की चिंता कम हुई है। विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा को 3 से 4 सीट पर जीत की उम्मीद थी। लेकिन भारी वोटिंग के बाद यह उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश में छह से सात सीट पर जीत मिल सकती है।
लोकसभा प्रभारियों की रिपोर्ट के अनुसार, रायपुर, कांकेर, दुर्ग और रायगढ़ में कांटे की टक्कर में मुकाबला फंसा हुआ है। बिलासपुर, राजनांदगांव और जांजगीर-चांपा में पार्टी की अंदरुनी रिपोर्ट में बेहतर माना गया है। जबकि बस्तर, सरगुजा, कोरबा और महासमुंद में स्थिति नाजूक मानी जा रही है।
भाजपा के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो कांटे की फंसी सीट में दो से तीन में जीत मिल सकती है। वहीं, पार्टी की चिंता इस बात को लेकर भी है कि वोटरों तक पार्टी और संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता नहीं पहुंचे, उसके बाद भी बड़ी संख्या में मतदान हुआ। ऐसे में यह बढ़ा वोट किस पाले में गया, इसका अनुमान लगाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में भाजपा को मोदी मैजिक का भरोसा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीन सभाओं ने पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में जोरदार माहौल बनाया है। प्रदेश संगठन ने एक-एक प्रभारियों से विस्तार से चर्चा की। इसमें विधानसभावार रिपोर्ट मंगाई गई थी, जिसमें वोटिंग प्रतिशत से लेकर क्षेत्रवार जानकारी थी। बताया जा रहा है कि प्रदेश संगठन ने उम्मीदवारों और प्रभारियों से मिली रिपोर्ट को केंद्रीय संगठन को भेज दिया है।
तीसरे चरण की सीटों पर ज्यादा उम्मीद
भाजपा के आला नेताओं ने बताया कि पहले और दूसरे चरण में पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में माहौल थोड़ा कमजोर था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बालोद की सभा के बाद माहौल बनना शुरू हुआ, जो भाटापारा और कोरबा की सभा के बाद चरम पर पहुंच गया। इसका सबसे ज्यादा फायदा रायपुर, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा लोकसभा में मिलने की उम्मीद की जा रही है।
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