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नईदिल्ली : हाथापाई के बाद हुआ था सुनंदा पुष्कर का मर्डर

नई दिल्ली  : कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत पर रहस्य और गहरा गया है। साउथ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी रहे भोला शंकर जायसवाल ने अपनी रिपोर्ट में साफ कहा है कि सुनंदा की मौत स्वाभाविक नहीं थी, बल्कि उनकी हत्या हुई थी। जायसवाल ने रिपोर्ट तब के सदर्न रेंज के जॉइंट सीपी को सौंपी थी। उन्होंने एम्स की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सुनंदा के शरीर पर दांत से काटे जाने के निशान, इंजेक्शन के घाव सहित हाथापाई के दौरान शरीर पर आई खरोंचें हत्या की ओर इशारा करती हैं। मर्डर मिस्ट्री के 4 साल बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं।
मौत जहर देने से
सुनंदा पुष्कर (52) की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी मौत जहर देने से हुई। सबूत इस बात की ओर इशारा करते हैं कि उन्हें एल्प्राजोलाम जहर दिया गया। सुनंदा के शरीर पर मिले सभी जख्म जबरन दिए गए। हालांकि इंजेक्शन मार्क को छोडक़र जख्म मौत का कारण नहीं बन सकते। रिपोर्ट में कहा गया है कि शरीर पर सभी जख्म हाथापाई के दौरान आए। इस रिपोर्ट में शरीर पर मिले जख्मों को सिलसिलेवार ब्योरा दिया गया है। सुनंदा के शरीर पर इंजेक्शन लगाने और दांत से काटने के निशान भी मिले। कुछ घाव ऐसे मिले, जो उनकी मौत से पहले 12 घंटे से लेकर 4 दिन के दौरान दिए गए।
पति के साथ हाथापाई
सीक्रेट नोट में कहा गया कि तमाम तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह कहना सही होगा कि सुनंदा पुष्कर की अपने पति के शशि थरूर के साथ हाथापाई हुई थी। थरूर के सहायक नारायण सिंह के बयान से भी पुष्टि होती है कि सुनंदा के शरीर पर चोट के निशान उनके पति शशि थरूर के साथ हुई हाथापाई के दौरान आए होंगे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में साफ हो गया कि शरीर पर हाथापाई के दौरान चोट के निशान मिले थे, लेकिन पुलिस ने अब तक कोई ऐक्शन नहीं लिया। इतना ही नहीं, मौत के 4 साल बीत जाने के बाद भी पुलिस न तो चार्जशीट दाखिल कर पाई है और न ही किसी को गिरफ्तार ही किया गया।
बनाई गई थी एसआईटी1520940261unda
मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करने के लिए एसआईटी बनाई गई थी। एसआईटी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर सहित कई लोगों से पूछताछ भी की थी। प्रमुख गवाह रहे 6 लोगों जैसे नारायण सिंह, ड्राइवर बजरंगी और करीबी मित्र संजय दीवान का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया गया था। वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह से भी पूछताछ हो चुकी है। सुनंदा के बिसरा को अमेरिका में एफबीआई की लैब में भेजा गया था। सुनंदा की मौत के बाद शशि थरूर के ब्लैकबेरी फोन से चैट रिकॉर्ड मिटा दिए गए थे। इस चैट को रिकवर करने के लिए 26 सितंबर को कनाडा भेजा गया था, क्योंकि भारत में ब्लैकबेरी का डेटा रिकवर करने की व्यवस्था नहीं है। कनाडा से भी कुछ खास हासिल नहीं हो सका। एसआईटी ने मौके से मिले मोबाइल, लैपटॉप और अन्य सामानों को सीबीआई की सीएफएसएल लैब भेजा था। ये सभी रिपोर्ट अभी पेंडिंग है।

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