देश में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाना चाहते हैं तबलीगी जमात के लोग ? डॉक्टर और सड़कों पर थूंकने से उठे सवाल
नई दिल्ली. (Fourth Eye News) जिस वक्त पूरे देश के नेता, राज्य सरकारें और प्रशासन गला फाड़फाड़कर कोरोना वायरस से बचाव के तरीके बता रहे थे, सोशल डिस्टेंसिंग के मायने समझा रहे थे. इस वक्त देश की राजधानी दिल्ली में एक जमात इसको ठेंगा दिखाते हुए, हजारों की तादात में लोगों को इकट्ठा कर रही थी, पूरे देश और विदेश के लोग इसमें शामिल थे.
आप समझ ही गए होंगे हम दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) की बात कर रहे हैं. कोरोना संक्रमण संदिग्धों (Coronavirus) को ले जाकर तुगलकाबाद में क्वारंटीन सेंटर (पृथक केंद्र) में रखा गया है. पहले ये लोग निजामुद्दीन मरकज को छोड़कर जाने को तैयार नहीं थे और अब ये लोग क्वारंटीन सेंटर में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों को भी परेशान कर रहे हैं. वो भी तब जब पूरा देश इस वक्त सरकार और डॉक्टरों का सहयोग कर रहे हैं.
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उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार के मुताबिक ये सभी लोग पृथक केंद्र में जगह-जगह थूक रहे हैं. इसके साथ ही ये डॉक्टरों और कर्मचारियों पर भी थूक रहे हैं. बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमित या संदिग्ध लोगों के थूकने से इसके संक्रमण के प्रसार का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
खराब बर्ताव कर रहे हैं लोग
सीपीआरओ के मुताबिक ये लोग बुधवार सुबह से ही खराब बर्ताव कर रहे हैं. ये सभी खाने-पीने की अनावश्यक चीजों की मांग कर रहे हैं. सीपीआरओ दीपक कुमार के अनुसार ये सभी लोग उनके इलाज में जुटे डॉक्टरों और उनकी देखरेख कर रहे कर्मचारियों के साथ बुरा बर्ताव कर रहे हैं. वे सभी क्वारंटीन सेंटर में जगह-जगह थूक रहे हैं. वह रोक के बावजूद हॉस्टल में घूमने लगते हैं.
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सड़कों पर भी थूक रहे थे
तबलीगी जमात के इन 167 कोरोना संदिग्धों को मंगलवार रात को 5 बसों से निजामुद्दीन मरकज से दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित क्वारंटीन सेंटर ले जाया गया है. इनमें से 97 लोगों को डीजल शेड ट्रेनिंग हॉस्टल के क्वारंटीन सेंटर और 70 को आरपीएफ बैरक क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है. बता दें कि ये सभी निजामुद्दीन मरकज से क्वारंटीन सेंटर ले जाए जाने के दौरान सड़कों पर भी थूक रहे थे. इन्हें थूकने से रोकने के लिए बसों के शीशे भी बंद करने पड़े थे.