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नई दिल्ली : पेट्रोलियम-डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने का प्रयास : धर्मेंद्र प्रधान

नई दिल्ली  :  पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें सुर्खियां बटोर रही हैं। इस बीच पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि वह पेट्रोलियम-डीजल को भी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत लाने का प्रयास कर रहे हैं। प्रधान ने कीमतें कम करने के लिए राज्य सरकारों से भी पेट्रोल-डीजल से सेल्स टैक्स/वैट की दरों में कटौती करने का आग्रह किया। दरअसल, केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी तो राज्य सरकारें वैट और पलूशन सेस के नाम पर पेट्रोल-डीजल से मोटी रकम वसूलती हैं। इस तरह पेट्रो-डीजल के दाम लागत से दोगुने हो जाते हैं। दिसंबर महीने में इंडियन बास्केट के कच्चा तेल की कीमत 62.29 डॉलर प्रति बैरल थी। 12 दिसंबर को एक डॉलर की वैल्यु 64.55 रुपये थी। इस हिसाब से दिसंबर महीने में कच्चे तेल का भाव 64.55&62.29 = 4,021 रुपये प्रति बैरल रहा। चूंकि एक बैरल में 159 लीटर होता है। इसलिए प्रति लीटर कच्चे तेल की कीमत 4,021  159 = 25.28 रुपये। विदेशों से आए क्रूड ऑइल की खेप भारत की रिफाइनरीज में पहुंचती है। यहां तक पहुंचने और रिफाइन होने के बाद पेट्रोल पंपों तक पहुंचने में कुछ लागत आती है। इसका आंकड़ा इस प्रकार है। एंट्री टैक्स, रिफाइनरी प्रोसेसिंग, लैंडिंग कॉस्ट एवं मार्जिन समेत अन्य ऑपरेशन कॉस्ट – पेट्रोल पर 3.68 रुपये और डीजल पर 6.37 रुपये प्रति लीटर। यानी अब पेट्रोल की कीमत 25.28 रुपये + 3.68 रुपये = 28.86 रुपये जबकि डीजल की कीमत 25.28 रुपये + 6.37 रुपये = 31.65 रुपये हो गई। फिर प्रति लीटर पेट्रोल पर 3.31 रुपये और प्रति लीटर डीजल पर 2.55 रुपये ऑइल मार्केटिंग कंपनियों की मार्जिन, ढुलाई और फ्रेट कॉस्ट आती है। यानी अब प्रति लीटर पेट्रोल 28.86 रुपये + 3.31 रुपये = 32.17 रुपये जबकि प्रति लीटर डीजल 31.65 रुपये + 2.55 रुपये = 34.20 रुपये का हो गया। अब केंद्र सरकार का एक्साइज टैक्स प्रति लीटर पेट्रोल पर 19.48 रुपये और प्रति लीटर डीजल पर 15.33 रुपये। यानी अब पेट्रोल की कीमत 32.17 रुपये + 19.48 रुपये = 51.65 रुपये जबकि डीजल की कीमत 34.20 रुपये + 15.33 रुपये = 49.53 रुपये हो गई। अब इसमें पेट्रोल पंप डीलरों का कमिशन जुड़ता है और पेट्रोल की दर 51.65 रुपये + 3.59 रुपये = 55.24 रुपये और डीजल का भाव 49.53 रुपये + 2.53 रुपये = 52.06 रुपये हो गया। इस पर राज्य सरकारें अलग-अलग दर से वैट और पलूशन सेस वसूलती हैं। अब नीचे देखें कि कौन से राज्य पेट्रोल और डीजल पर कितना सेल्स टैक्स/वैट वसूलते हैं>
 

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