जगदलपुर : शहर के मुख्य मार्गों से सर्वआदिवासी समाज के नेतृत्व में शिक्षाकर्मियों के समर्थन में निकली पारंपरिक अंदाज में दिखी। विरोध का स्वर बस्तर की तोड़ी एक वाद्य यंत्र के साथ फूंका गया। इसके साथ ही रैली में समाज के सदस्य पारंपरिक सस्त्र के साथ भी मौजूद रहे। पदोन्नति में आरक्षण की मांग को लेकर विरोध रैली जिला पंचायत दफ्तर का घेराव करने पहुंची। आरक्षित वर्ग के शिक्षाकर्मियों को रोस्टर के आधार में पदोन्नित की मांग को लेकर विरोध जारी था। सर्व आदिवासी समाज ने शिक्षाकर्मियों को समर्थन देने और संविधान के साथ छेड़छाड़ नहीं किए जाने की बात को लेकर विरोध जताया था।
विरोध का स्वर बस्तर की तोड़ी एक वाद्य यंत्र के साथ फूंका गया
जिला पंचायत से जारी आदेश के अनुसार आरक्षित वर्ग को उनका अधिकार नहीं मिल रहा है वहीं नियमों में संशोधन के चलते आरक्षित वर्ग को जहां 2005 की भर्ती में पदोन्नति नहीं मिलने से नुकसान हो रहा है वहीं अनारक्षित वर्ग को अधिकार दिए जाने से 2008 की भर्ती को फायदा मिल रहा है।
आरक्षित वर्ग को उनका अधिकार नहीं मिल रहा है
नियमों के उल्लंघन और रोस्टर से छेड़छाड़ किए जाने के आरोप के साथ ही शिक्षाकर्मियों ने सर्वआदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम तोड़ेम, जिला पंचायत सदस्य सूरज कश्यप, रूकमणी कर्मा, बोमड़ाराम मण्डावी, मनीराम, कौशल नागवंशी, हेमंत पोयाम, गोवर्धन कश्यप, शिक्षक पंचायत नगरीय निकाय एम्पलाइज के प्रांताध्यक्ष कृष्ण कुमार नवरंग, उपप्रांताध्यक्ष एमके राणा, पाण्डू वट्टी के नेतृत्व में जिला पंंचायत पहुंचकर विरोध जताया और पारित आदेश में संशोधन की मांग रखी। मालूम हो कि 21 जून 2017 को यह संशोधन आदेश जारी किया गया है जिसे निरस्त करने के लिए आजकवि मंत्री केदार कश्यप, कलेक्टर बस्तर को भी अवगत करवाया गया है।
मालूम हो कि 21 जून 2017 को यह संशोधन आदेश जारी किया गया है
जिला पंचायत में रैली को लेकर पूरी तैयारी थी। विरोध दर्ज करने वालों को जिपं के द्वार पर ही रोका गया और इसके बाद यहां पर नारेबाजी चलती रही। सशर्त एक प्रतिनिधि मण्डल जिपं सीईओ प्रभात मलिक से मिलने पहुंचा और अपनी मांगों से अवगत करवाया। इस दौरान सीईओ ने कहा कि वे शासन को समाज और शिक्षाकर्मियों की मंशा से अवगत करवाएंगे और यदि इस मामले को लेकर किसी तरह का दिशा निर्देश आता है तो तत्काल उसपर अमल किया जाएगा।
आधे घंटे बाधित हुआ यातायात
आदिवासी विकास परिषद भवन से सर्व आदिवासी समाज का प्रतिनिधिमंडल और शिक्षाकर्मियों का रेला नगर के विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिला पंचायत के पास पहुंचा। वहां पर कुछ देर नाराबाजी के बाद कोर्ट से लेकर बस स्टेण्ड जाने वाले मार्ग को करीब आधे घंटे बाधित किया गया। इस विरोध के चलते आने जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
आखिर कब तक छलेंगे आदिवासी : तोड़ेम
सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम तोड़ेम ने कहा कि शिक्षाकर्मियों को जो पदोन्नति दी गई उसमें आरक्षण रोस्टर का पालन नहीं किया गया। इसके कारण कई लोग पदोन्नति से वंचित हो गए इस मामले को लेकर कई बार आंदोलन भी किया गया किंतु अब अधिकार के लिए आर- पार की लड़ाई लड़ी जाएगी, आखिर कब तक संविधान में छेडख़ानी करते आदिवासियों को छला जाएगा।