रायपुर: कवर्धा में गैंगरेप की वारदात के बाद ABVP ने जोरदार प्रदर्शन किया है । जिसकी धमक न सिर्फ कवर्धा में सुनाई दी, बल्कि राजधानी में भी ABVP ने जोरदार ढंग से प्रदर्शन किया ।
कवर्धा में गैंगरेप की गूंज राजधानी तक सुनाई दी
दरअअसल कवर्धा में 2 आदिवासी नाबालिग से हुई इस ज्यादती की वारदात के बाद गुरुवार को राजधानी में ABVP के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया । मुख्यमंत्री निवास घेरने निकले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पुलिस बल के साथ जमकर झुमा झटकी हुई । जिसके बाद 14 कार्यकताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
अस्थाई जेल में रखे गए प्रदर्शनकारी
ABVP के कार्यकर्ता पहले बूढ़ातालाब के पास धरना स्थल में एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। इसके बाद कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री निवास घरने के लिए निकले, पहला बेरीगेट गिराकर आगे बढे अभाविप के कार्यकर्ता बूढ़ातालाब के पास हनुमान मंदिर के सामने बेरीगेट गिरा दिया इसके बाद भागते हुए सप्रे स्कूल तक पहुचे, पुलिस बल ने उन्हें जब रोका तो पुलिस और अभाविप के कार्यकर्ता से झुमा झटकी भी हुई और उन्हें सप्रे स्कूल में बनाये गए अस्थाई जेल में ले जाया गया ।
आंदोलन के सूत्रधार
वैसे तो AVBP ने कवर्धा में भी इस घटना के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया, इसके साथ ही राजधानी में भी युवाओं ने सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. लेकिन आंदोलन में कांग्रेस सरकार के खिलाफ, कार्यकर्ताओं में उत्साह फूंकने में विभोर ठाकुर सुभम जायसवाल आदिसेषु सनी केसरी यश गुप्ता ने मुख्य भूमिका में नज़र आये ।
छग में विरोध की शुरूआत
कांग्रेस सरकार अब दो साल पूरी कर चुकी है, इस दौरान कई ऐसी बड़ी घटनाएं हुईं, जिसमें भाजपा या उसके दूसरे संगठन कहीं नजर नहीं आए, शायद सत्ता में रहते हुए विरोध की राजनीति कैसे करते हैं भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भूल चुके हैं, ऐसे में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का ये आंदोलन भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं में जान फूंकने का काम कर सकता है और कांग्रेस को आने वाले दिनों में मुुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है ।