आकाश ने उड़ाए पाक के होश पूर्व वैज्ञानिक की आंखें नम

ये सिर्फ एक मिसाइल सिस्टम नहीं… ये भारत की ताकत का वो प्रतीक बन गया है जिसे देखकर पाकिस्तान, तुर्की और चीन – तीनों की रातों की नींद उड़ गई है। नाम है, आकाश मिसाइल सिस्टम। और आज हम आपको दिखाएंगे कि कैसे इस भारतीय हथियार ने हवा में ही दुश्मन के हमलों को राख में बदल दिया।”
9 मई को पाकिस्तान ने पंजाब के बॉर्डर पर ‘फतेह-1’ मिसाइल दागी। जवाब में भारत की आकाश-NG मिसाइल ने उसे हवा में ही नष्ट कर दिया।
10 मई को जम्मू और पठानकोट में तैनात आकाश प्रणाली ने JF-17 लड़ाकू विमान को गिराया और एक F-16 को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया।
पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए तुर्की-निर्मित DGI सैन्य ड्रोन्स और फ्लावर ड्रोन को भी आकाश मिसाइल ने श्रीनगर, बारामूला और भुज में रोककर धराशायी कर दिया।
क्या है ‘आकाश मिसाइल सिस्टम’?
यह भारत की स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणाली है। विकसित किया गया है DRDO (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) द्वारा।
2014 से भारतीय सेना और वायुसेना में तैनात, और इसका अपग्रेडेड वर्जन आकाश-NG 2021 में शामिल हुआ।
आकाश मिसाइल की जानदार खूबियां.
रेंज: 45 किमी तक मार, आकाश-NG की रेंज 80 किमी तक
स्पीड: 3500 किमी/घंटा, यानी सुपरसोनिक!
स्मार्ट रडार: 150 किमी तक 64 टारगेट डिटेक्ट, एक साथ 12 मिसाइल फायर
ECCM क्षमता: दुश्मन के जैमर सिस्टम को भी फेल करती है
मोबाइल यूनिट: कहीं भी तैनात की जा सकती है, पहाड़ों से रेगिस्तान तक
वैज्ञानिक की आंखों में आए आंसू
DRDO के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. प्रह्लाद रामराव ने कहा –
“अपने बनाए गए सिस्टम को युद्ध के मैदान में दुश्मनों को ढेर करते देखना मेरे जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण था।” उन्होंने कहा कि जब उन्होंने देखा कि आकाश उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन कर रही है, तो उनकी आंखें नम हो गईं।
तुर्की-चीन के सपने चकनाचूर!
इस ऑपरेशन के बाद सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि उसे हथियार देने वाले तुर्की और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने वाला चीन भी सन्न हैं। उन्हें समझ आ गया कि भारत अब न सिर्फ आत्मनिर्भर है, बल्कि मुकाबले में उनसे कहीं आगे निकल चुका है।
आकाश सिर्फ एक मिसाइल नहीं, ये भारत की आत्मा है — जो तब गरजती है जब कोई भारत की तरफ आंख उठाकर देखता है। और अब ये मिसाइल पूरी दुनिया को बता रही है — भारत से टकराओगे तो मिट जाओगे।” ऐसी हाई इंटेंसिटी रिपोर्ट्स की हर अपडेट के लिए सब्सक्राइब कीजिए ‘फोर्थ आई न्यूज चैनल’।