रायपुर । बच्चों के व्याधिक्षमत्व, पाचन शक्ति, स्मरण शक्ति, शारीरिक शक्ति वर्धन एवं रोगों से बचाव के लिए शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय रायपुर में आज 1012 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया। आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय के कौमारभृत्य विभाग द्वारा हर पुष्य नक्षत्र तिथि में शून्य से 16 वर्ष के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाता है।
जनसामान्य को इसके प्रति जागरूक करने आज पाम्पलेट वितरण, आईक्यू मूल्यांकन (IQ Assessment) और बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ निःशुल्क औषधि का वितरण भी किया गया। इन दिनों जारी भीषण गर्मी के बीच भी लोग स्वर्णप्राशन कराने के लिए तत्पर दिखे। लगातार स्वर्णप्राशन करा रहे अभिभावकों ने बच्चों में हो रहे सर्वांगीण विकास के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय द्वारा इस वर्ष पांच अन्य पुष्य नक्षत्र तिथियों 9 जनवरी को 831, 4 फरवरी को 1124, 3 मार्च को 1137, 29 मार्च को 1290, 27 अप्रैल को 860 और 24 मई को 835 बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया गया था। स्वर्णप्राशन में महाविद्यालय के कौमारभृत्य विभाग के एमडी तथा स्नातक छात्र-छात्राओं का विशेष सहयोग रहा।
शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय परिसर में प्राचार्य प्रो. डॉ. जी.आर. चतुर्वेदी, चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. डॉ. प्रवीण कुमार जोशी और कौमारभृत्य विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. नीरज अग्रवाल के निर्देशन में स्वर्णप्राशन कराया गया। स्वर्णप्राशन समन्वयक डॉ. लवकेश चन्द्रवंशी ने बताया कि अभी ग्रीष्मकालीन अवकाश के कारण स्कूलों में इसका कैम्प स्थगित किया गया है।