कराची में जश्न बना मातम: हवाई फायरिंग ने छीने मासूमों के प्राण, 3 की मौत, 60 से ज़्यादा घायल

पाकिस्तान के कराची से स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जश्न के नाम पर की गई हवाई फायरिंग ने तीन ज़िंदगियाँ छीन लीं — जिनमें एक 8 साल की बच्ची और एक बुज़ुर्ग शामिल हैं। इस लापरवाही ने जश्न को मातम में तब्दील कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक, कराची के अलग-अलग इलाकों में हुई अंधाधुंध हवाई फायरिंग में 60 से अधिक लोग घायल हुए हैं। अज़ीज़ाबाद में एक युवती गोली लगने से घायल हुई, जबकि कोरंगी में ‘स्टीफन’ नामक व्यक्ति की जान चली गई। ये घटनाएं पूरे शहर में बेकाबू अंदाज में फैलीं और हालात चिंताजनक बन गए।
बचाव दलों ने घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि यह “खतरनाक उत्सव” समाज के लिए एक चेतावनी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसे आयोजनों को सुरक्षित और जिम्मेदारी से मनाया जाए।
कराची में बढ़ती हिंसा और लापरवाही का ग्राफ
कराची में हवाई फायरिंग और अन्य हिंसक घटनाएं कोई नई बात नहीं रहीं। जनवरी में सामने आए आंकड़ों के अनुसार, केवल एक महीने में गोलीबारी की घटनाओं में 42 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 5 महिलाएं भी थीं। इसके अलावा सड़क हादसों, डकैती और विरोध प्रदर्शनों में भी बड़ी संख्या में लोग घायल और मृत हुए हैं।
सड़क हादसों में अब तक 528 लोग घायल और 36 जानें जा चुकी हैं। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि कराची की सड़कों और समारोहों में सुरक्षा अब एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसे कृत्यों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।