अमेरिका में फिर से ‘शटडाउन’ का साया — ट्रंप की रणनीति या सरकारी ताला?

अमेरिका एक बार फिर सरकारी शटडाउन के मुहाने पर खड़ा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी सीनेट में अस्थायी फंडिंग बिल को पास नहीं करा पाई। ज़रूरत थी 60 वोटों की, मिले सिर्फ 55 — और इसके साथ ही देश के कई गैर-जरूरी सरकारी कामकाज रुकने की कगार पर हैं।
क्या है कारण?
कांग्रेस में राजनीतिक खींचतान इस शटडाउन का मूल कारण है। डेमोक्रेट्स मेडिकेड कटौती रोकने और अफोर्डेबल केयर एक्ट के टैक्स क्रेडिट बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, वहीं रिपब्लिकन इसे मानने को तैयार नहीं। नतीजा — गतिरोध!
शटडाउन का असर
शिक्षा विभाग 90% कर्मचारियों की छंटनी करेगा
स्मिथसोनियन म्यूज़ियम और नेशनल चिड़ियाघर बंद
FDA द्वारा दवाओं की मंज़ूरी में देरी
राष्ट्रीय उद्यान आंशिक रूप से बंद
लेकिन सुरक्षा से जुड़ी सेवाएं जैसे FBI, सैन्य सेवा और डाक सेवा जारी रहेंगी
क्यों डरावना है यह शटडाउन?
2018 में ट्रंप के पिछले कार्यकाल में 34 दिन तक सरकारी ताले लगे थे। इस बार यह और गंभीर हो सकता है — संकेत मिल रहे हैं कि ट्रंप इस शटडाउन की आड़ में कई विभागों को स्थायी रूप से बंद करने और कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छंटनी की योजना बना रहे हैं।




