छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन: 25 वर्षों की लोकतांत्रिक यात्रा का जीवंत साक्षी

छत्तीसगढ़ की लोकतांत्रिक परंपरा में वर्तमान विधानसभा भवन ने पिछले 25 वर्षों में न केवल शासन-व्यवस्था के निर्णयों का गवाह बनकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि यह हमारे संवाद, सहयोग और जनसेवा के संकल्प का प्रतीक भी रहा है।
इस अवधि में भवन ने अनेक ऐतिहासिक निर्णय, गंभीर बहस और जनहित के विधेयकों को जन्म दिया। यह प्रदेश के विकास, समृद्धि और मजबूत लोकतंत्र की नींव का आधार रहा है।
हाल ही में विधानसभा के विशेष सत्र के अवसर पर, माननीय विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, कैबिनेट सदस्य, विधायकगण, अधिकारी-कर्मचारी और पत्रकारों के साथ इस ऐतिहासिक भवन की यादगार तस्वीरे संजोई गईं। यह पल न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है, बल्कि आगामी चुनौतियों और जिम्मेदारियों के प्रति हमें प्रेरित करता है।
छत्तीसगढ़ की जनता और सभी प्रतिनिधियों के संयुक्त प्रयासों से प्रदेश ने विकास, सुशासन और जनकल्याण में नई इबारत लिखी है। अब जब हम नए विधानसभा भवन की ओर अग्रसर हैं, यह पुराना भवन अपनी हर दीवार, खिड़की और आँगन के साथ सदैव हमारी स्मृतियों में जीवित रहेगा।
यह भवन छत्तीसगढ़ की संसदीय परंपरा, सुसंस्कृत संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों का सजीव प्रमाण है।



