लावाहोरी में हर घर नल से स्वच्छ जल, जल जीवन मिशन ने बदली ग्रामीण महिलाओं की तकदीर

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी और भरतपुर जिले के विकासखंड भरतपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत घाघरा के ग्राम लावाहोरी में अब हर घर में नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने लगा है। जल जीवन मिशन के तहत् यह “हर घर नल, हर घर जल” योजना ग्रामीणों के जीवन को आसान और स्वास्थ्यवर्धक बना रही है।
लावाहोरी की लीलावती बताती हैं कि पहले उन्हें प्रतिदिन कई किलोमीटर पैदल चलकर कुएँ या हैंडपंप से पानी लाना पड़ता था। बरसात में पानी गंदा हो जाता और गर्मियों में सूख जाता, जिससे घर के काम, बच्चों की देखभाल और पानी की व्यवस्था करना कठिन हो जाता था।
जल जीवन मिशन के माध्यम से अब उनका घर नल से सीधे स्वच्छ जल प्राप्त कर रहा है। लीलावती कहती हैं, “अब हमें सुबह जल्दी उठकर पानी भरने की जरूरत नहीं। नल खोलते ही ठंडा और सुरक्षित पानी घर में आता है। इससे न केवल समय की बचत हुई है, बल्कि बच्चों और बुजुर्गों का स्वास्थ्य भी बेहतर हुआ है।”
यह योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन में बदलाव ला रही है। जो समय पहले पानी लाने में व्यर्थ जाता था, वह अब बच्चों की पढ़ाई और घर के अन्य कार्यों में लगाया जा रहा है। स्वच्छ जल उपलब्ध होने से जलजनित बीमारियाँ भी कम हुई हैं।
लीलावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आभार जताते हुए कहा कि जल जीवन मिशन उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी सौगात है। अब उनके गाँव की बेटियाँ पढ़ाई छोड़कर पानी नहीं लातीं, और गाँव आत्मनिर्भर, स्वस्थ और खुशहाल बन रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने “जनसेवा से जनसुख तक” की भावना को धरातल पर साकार कर दिखाया है।
लीलावती की मुस्कुराहट आज पूरे गाँव की खुशी बन चुकी है। यह केवल पानी की उपलब्धता नहीं, बल्कि सम्मान, सुरक्षा और सशक्तिकरण की कहानी है। जल जीवन मिशन ने यह साबित कर दिया कि जब सरकारी योजनाएँ संवेदनशीलता और समर्पण के साथ लागू होती हैं, तो वे सिर्फ सुविधा नहीं बल्कि जीवन परिवर्तन का प्रतीक बन जाती हैं। लावाहोरी की सफलता आज पूरे जिले के लिए प्रेरणा बन चुकी है।



