छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित राजीव भवन में बीते शनिवार को पीसीसी की बैठक चली. बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अफसरों द्वारा काम न करने की शिकायत की है. एक कार्यकर्ता ने सीएम भूपेश बघेल से कहा कि “पिछले 15 साल से छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार रही है. इस लिए मैदानी अमला हमारी नहीं सुनता. आप उन्हें हटा दीजिए.”
कार्यकर्ता बोले- ‘अफसर हमारी नहीं सुनते, उन्हें हटा दीजिए’
वहीं इस पर सीएम बघेल ने जवाब देते हुए कहा कि “हमारे पदाधिकारी सरकार की योजनाओं को सही तरीके से धरातल पर नहीं पहुंचा पा रहे हैं. कितनों को हटाएंगे, आप लोग बात कीजिए काम होगा.” वहीं बघेल ने नाराजगी जाहिर करते होते हुए कहा कि मेरे जन्मदिन पर आपने फ्लैक्स और होर्डिंग तो बहुत लगाए, लेकिन ये बताइए कितनों ने सरकारी योजनाओं की होर्डिंग्स लगाई हैं. ये सुनकर नेता इधर-उधर देखने लगे.
CM बघेल का जवाब- ‘कितनों को हटाएंगे’
सीएम बघेल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि बीजेपी के 15 साल के कुशासन, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को लोगों तक पहुंचाएं. आप अफसरों से बात कर उन्हें अपना बनाएं. वहीं पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने कहा कि कार्यकर्ताओं की जायज मांगों के लिए वे मुख्यमंत्री से भी लड़ना पड़े तो लड़ेंगे. कार्यकर्ताओं की मेहनत से ही पार्टी सत्ता में आई है. उन्होंने कहा कि बार-बार मेरे पास आने की जरूरत नहीं, क्योंकि मैं जानता हूं कौन काम कर रहा है कौन नहीं.