धमतरी
जिले में कोविड 19 की प्रसार दर को नियंत्रण करने के उद्देश्य कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य की अध्यक्षता में शनिवार 22 मई को वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बताया गया कि जिले में वर्तमान में कोविड का संक्रमण अभी भी बरकरार है, यद्यपि गत सप्ताह से संक्रमितों की संख्या में कमी देखी जा रही है।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोविड की द्वितीय लहर में कोविड संक्रमित दर लगभग 22 प्रतिशत थी, जो अब घटकर लगभग 12 प्रतिशत है। कोविड 19 की सैंपल संग्रहण लक्ष्य के अपेक्षित उपलब्धि नहीं होने के कारण कोविड प्रभावित प्रकरण में कमी देखी जा रही है जिससे इन प्रकरणों का विलंब से जांच उपरांत प्रसार दर में वृ़िद्ध होने की आशंका हो सकती है।
इसके लिए कलेक्टर निर्देशित किया कि शासन द्वारा तय निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप सैंपल संग्रहण करने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर सैंपल संग्रहण का लक्ष्य निर्धारण किया जाए। कोविड 19 के सैंपल संग्रहण में वृद्धि के लिए उन्होंने सरपंच, सचिव, मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग लेने पर बल दिया।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दर को नियंत्रित करने और संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग की भूमिका अहम है। इस काम के लिए जिले के सभी विकासखण्डों में अन्य विभाग के कर्मचारी संलग्न किए गए हैं, इसके बावजूद काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग शत-प्रतिशत नहीं की जा रही है।
ऐसे लोगों को 48 से 72 घंटों के भीतर पहचान कर इनकी जांच करवा कर उन्हें आइसोलेट किया जाना है, ताकि संक्रमितों को इलाज मुहैय्या किया जा सके। राज्य शासन के निर्देशानुरूप एक संक्रमित मरीज के पीछे 30 को ट्रेस किया जाना है, किन्तु वर्तमान में जिले में एक संक्रमित मरीज के पीछे 5-6 व्यक्तियों को ही ट्रेस किया जा रहा।
इस संबंध में कलेक्टर ने ऐसे व्यक्ति जिनको संक्रमण का खतरा अधिक होता है, उन व्यक्तियों का 48 घंटों के भीतर सैंपल लेना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में 1795 मितानिन कार्यरत हैं, जिनके द्वारा डोर-टू-डोर लाक्षणिक मरीजों को औषधि किट का वितरण किया जा रहा है, इस पर तेजी लाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
इसके लिए सभी मितानिनों के पास कम से कम पांच कोरोना किट जरूर रहना चाहिए। साथ ही मितानिनों द्वारा इन दवाईयों की उपयोगिता बताया जाना एवं होम आइसोलेशन की गाइडलाइन का फाॅलो कराना सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। ऐसे मरीज जिनकी रिपोर्ट आने में देरी हो रही है, तो ऐसे लाक्षणिक मरीजों को प्राथमिकता के तौर पर दवाई का वितरण करने एवं मरीज द्वारा दवाई समय पर लिया जा रहा अथवा नहीं, इसकी माॅनिटरिंग करने पर कलेक्टर ने बल दिया है।
कोविड सैंपल टेस्टिंग एवं कोविड पाॅजिटीव मरीजों के संधारण के लिए आइसीएमआर पोर्टल संचालित है, जिसमें पाॅजिटीव के साथ ही निगेटिव की भी एंट्री नियमित रूप से किया जाना है। इस पोर्टल में कोविड सैंपलिंग की उसी दिन डाटा प्रविष्टि करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं, ताकि इसमें किसी प्रकार की देरी नहीं हो।
कोविड से मृत्यु दर कम करने के लिए विभागीय स्तर पर कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित करना जरूरी है। वर्तमान समय में जिले की मृत्यु दर 2.03 प्रतिशत है। कोविड मृत्यु दर को कम करने के लिए अस्पतालों में होने वाले कोविड की मृत्यु के कारणों को विश्लेषण करने के लिए तीन श्रेणियों में बांटकर 24, 48 एवं 72 घंटों में कितने मरीजों की मृत्यु हुई, कारणों पता लगाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं।
साथ ही जिन मरीजों को आॅक्सीजन की आवश्यकता है, उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराना सुनिश्चित करने कहा है, ताकि विलंब से अस्पताल पहुंचने पर होने वाले मरीजों की मृत्यु को कम किया जा सके।जिले की ऐसी ग्राम पंचायत जहां 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों ने कोविड टीका लगाने सीजी टीका पोर्टल में पंजीयन अधिक कराया है।
वहां टीकाकरण सत्र अधिक लगाने पर कलेक्टर ने बल दिया। इसी तरह कोविड धनात्मक मरीज जो अस्पताल में भर्ती है और आॅक्सीजन बेड में है, उनके आ।बैठक में जानकारी दी गई कि जिले में 1795 मितानिन कार्यरत हैं, जिनके द्वारा डोर-टू-डोर लाक्षणिक मरीजों को औषधि किट का वितरण किया जा रहा है, इस पर तेजी लाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
इसके लिए सभी मितानिनों के पास कम से कम पांच कोरोना किट जरूर रहना चाहिए। साथ ही मितानिनों द्वारा इन दवाईयों की उपयोगिता बताया जाना एवं होम आइसोलेशन की गाइडलाइन का फाॅलो कराना सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। ऐसे मरीज जिनकी रिपोर्ट आने में देरी हो रही है, तो ऐसे लाक्षणिक मरीजों को प्राथमिकता के तौर पर दवाई का वितरण करने एवं मरीज द्वारा दवाई समय पर लिया जा रहा अथवा नहीं, इसकी माॅनिटरिंग करने पर कलेक्टर ने बल दिया है।
कोविड सैंपल टेस्टिंग एवं कोविड पाॅजिटीव मरीजों के संधारण के लिए आइसीएमआर पोर्टल संचालित है, जिसमें पाॅजिटीव के साथ ही निगेटिव की भी एंट्री नियमित रूप से किया जाना है। इस पोर्टल में कोविड सैंपलिंग की उसी दिन डाटा प्रविष्टि करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं, ताकि इसमें किसी प्रकार की देरी नहीं हो।
कोविड से मृत्यु दर कम करने के लिए विभागीय स्तर पर कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित करना जरूरी है। वर्तमान समय में जिले की मृत्यु दर 2.03 प्रतिशत है। कोविड मृत्यु दर को कम करने के लिए अस्पतालों में होने वाले कोविड की मृत्यु के कारणों को विश्लेषण करने के लिए तीन श्रेणियों में बांटकर 24, 48 एवं 72 घंटों में कितने मरीजों की मृत्यु हुई, कारणों पता लगाने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं।
साथ ही जिन मरीजों को आॅक्सीजन की आवश्यकता है, उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराना सुनिश्चित करने कहा है, ताकि विलंब से अस्पताल पहुंचने पर होने वाले मरीजों की मृत्यु को कम किया जा सके।जिले की ऐसी ग्राम पंचायत जहां 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों ने कोविड टीका लगाने सीजी टीका पोर्टल में पंजीयन अधिक कराया है।
वहां टीकाकरण सत्र अधिक लगाने पर कलेक्टर ने बल दिया। इसी तरह कोविड धनात्मक मरीज जो अस्पताल में भर्ती है और आॅक्सीजन बेड में है, उनके आॅक्सीजन की आपूर्ति हेतु जो उपकरण लगाए गए है, उनके पानी को प्रतिदिन बदलने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। साथ ही ऐसे मरीज के लिए डिस्पोजिबल मास्क सिस्टम का उपयोग करने कहा गया हैअाक्सीजन की आपूर्ति हेतु जो उपकरण लगाए गए है, उनके पानी को प्रतिदिन बदलने के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। साथ ही ऐसे मरीज के लिए डिस्पोजिबल मास्क सिस्टम का उपयोग करने कहा गया है।