करोड़ों का हवाला कारोबार,चल रहा है MP से खेल
- घपले-घोटालों के लिए बदनाम हो चुका मध्यप्रदेश अब देश की सबसे बड़ी हवाला मंडी बनता नज़र आ रहा है. पिछले एक सप्ताह में प्रदेश सहित दिल्ली ओैर कोलकाता में की गई आयकर विभाग की कार्रवाई में कुछ ऐसे ही तथ्य उभरकर सामने आए हैं. आयकर विभाग कें अधिकारियो ने ये खुलासा भी किया है कि ये अब तक का प्रदेश का सबसे बड़ा हवाला कारोबार है जिसमे करीब 1 हज़ार करोड़ से अधिक की रकम का हेरफेर किया गया.
- कटनी हवाला कांड को लेकर सुर्खियों में रहा सतीश सरावगी इस हवाला कांड की एक प्रमुख कड़ी है. आयकर विभाग के अफसरों के मुताबिक इस पूरे खेल का मास्टर माइंड या फिर हवाला किंग दिल्ली निवासी चंद्रभूषण बजाज है जिसके तय ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी है. मध्यप्रदेश की बात करें तो दो नए नाम सामने आए है. इनमे कटनी के अरुण गोयल ओैर रीवा के संजय मिश्रा का नाम शामिल, खास बात ये है कि सभी ने महाकालेश्वर माइन्स एण्ड मिनरल्स नाम की कंपनी बनाकर हवाला कारोबार किया
कौन है मुख्य कड़ी ?
-इस पूरे हवाला के खेल में मुख्य कड़ी चंद्रभूषण बजाज है-इसमें मध्यप्रदेश में उसके मोहरे बने कटनी के सतीष सरावगी और अरुण गोयल
-रीवा के संजय मिश्रा
-महाकालेश्वर माइंस एंड मिनरल्स कंपनी का गठन 11 अप्रैल 2011 को हुआ
– कंपनी के पार्टनर बने चंद्रभूषण बजाज, सतीष सरावगी, अरूण गोयल और संजय मिश्रा
सभी ने मिलकर करीब 25 से अधिक पेपर कंपनियां बनाईं जिसमें करोड़ों का कारोबार दिखाकर बैंको से लोन लिया गया. इस लोन की राशि का इस्तेमाल हवाला के इस खेल में किया गया. खास बात ये है कि ये बोगस कंपनिया कोलकला में कम्प्यूटर एंट्री ऑपरेटर चलाता रहा. ऑपरेटरों को हर कंपनी में प्रति ट्रांजेक्शन के लिए 0.2 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था.
इन बोगस कंपनियों में
-अल्फा कोल बेनिफिकेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लॉरेल माइंस एंड मिनरल्स
-लॉरेल माइंस एंड मिनरल्स
-मोहित मिनरल्स लिमिटेड
-रेडरोज़ सप्लाई
-ब्राइटसन एक्यिटी
-एक्शन डीलमार्क सहित दो दर्जन कंपनियां शामिल हैं. आयकर विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि आने वाले समय में इस हवाला कारोबार में नित नए खुलासे होंगे.