लुत्ती डैम टूटने से तबाही, कृषि मंत्री पहुंचे, पीड़ितों को मिला मुआवजा

बलरामपुर । जिले में लुत्ती डैम टूटने से हुए हादसे के बाद कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया। मंत्री ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि संकट की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने मौजूद अधिकारियों से चर्चा कर पशुहानि और फसल क्षति की जानकारी ली और तुरंत मुआवजा राशि के चेक प्रदान किए।
इस दौरान कलेक्टर राजेन्द्र कटारा, पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर रमनलाल और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
मंत्री ने घटनाक्रम की पूरी जानकारी लेते हुए कहा कि सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मकान, फसल और पशुधन के नुकसान का विस्तृत सर्वे कर नियमानुसार शीघ्र मुआवजा राशि प्रदान की जाएगी। राहत और बचाव कार्य में जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय टीम लगातार जुटी हुई है। घायलों के बेहतर इलाज की भी व्यवस्था की जा रही है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित परिवारों को अस्थायी आवास, भोजन, पानी और चिकित्सकीय सुविधाएं प्राथमिकता से उपलब्ध कराई जाएं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी घटना की जानकारी ली है और स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पीड़ितों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाए।
मौके पर मंत्री ने प्रभावित परिवारों देवंती, संदीप और फुलमतिया को सहायता राशि सौंपी। पशुहानि के लिए गांगरेल को 64,000 रुपये, कन्हाई को 37,500 रुपये, खिलबानुस को 32,000 रुपये तथा फसल क्षति के लिए राजेश्वर सिंह को 8,500 रुपये, सुखदेव को 7,520 रुपये, सुरेश को 7,520 रुपये और संदीप को 1 लाख रुपये की राशि दी गई। कुल 2 लाख 57 हजार 40 रुपये की मुआवजा राशि वितरित की गई।
टूटी सड़कों की मरम्मत शुरू, आवागमन बहाल करने प्रशासन सक्रिय
हादसे ने ग्रामीणों की फसल और पशुधन के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को भी प्रभावित किया। बांध का पानी बहने से मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत वर्ष 2014 में बने दो पुल और सड़क को भारी नुकसान हुआ। दोनों पुल बह जाने के कारण आवागमन बाधित हो गया।
कलेक्टर के निर्देश पर पुलों के स्थान पर अस्थायी डायवर्सन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है, जो तेज़ी से प्रगति पर है। प्रशासन का प्रयास है कि जल्द से जल्द रास्ता बहाल हो, ताकि ग्रामीणों को किसी तरह की परेशानी न हो।