नींद पूरी न होने पर ट्रेन ड्रायवर ने किया ट्रेन चलाने से इंकार, दो घंटे बाद नींद पूरी हुई तो चलाई ट्रेन

अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं तो अक्सर आप ट्रेन की लेट-लतीफी से परेशान जरूर होते होंगे. लेकिन फिर आप इसके पीछे कोई बड़ी वजह को मानते होंगे. लेकिन क्या आपने कभी सुना है, कि ट्रेन के ड्रायवर ने ही ट्रेन चलाने से मना कर दिया. नहीं न. लेकिन ऐसा हुआ है. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है.
यहां ट्रेन के ड्राइवर ने कह दिया कि वो ट्रेन नहीं चलायगा. इसकी वजह से घंटों तक ट्रेन स्टेशन पर ही खड़ी रही. अब इसकी वजह क्या थी, वो भी आप सुन लीजिये. दरअसल ड्रायवर का कहना था, कि उसकी नींद पूरी नहीं हुई है. इसकी वजह से उसने ट्रेन को चलाने से ही इनकार कर दिया. हद तो तब हो गई, जब दो घंटे से ज्यादा समय तक ट्रेन स्टेशन पर ही खड़ी रही, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
ये मामला है 21 जनवरी का. जब बालामऊ पैसेंजर ट्रेन शाहजहांपुर स्टेशन पर रात करीब 1 बजे पहुंची. उस दिन ट्रेन पहले से ही साढ़े तीन घंटे लेट थी. ड्राइवर को अगली सुबह बालामऊ पहुंचना था. वहीं, ट्रेन के देरी से पहुंचने की वजह से लोको पायलट सो नहीं पाया था, इस वजह से उसने ट्रेन को शुक्रवार को वापस लाने से इनकार कर दिया. लोको पायलट ने कहा कि जब उसकी नींद पूरी हो जाएगी तभी वह ट्रेन लेकर आएगा.
बता दें, बालामऊ पैसेंजर ट्रेन को 21 जनवरी को सुबह 7 बजे छूटना था, लेकिन ड्राइवर की नींद पूरी न होने की वजह से ट्रेन 9:30 बजे तक स्टेशन पर ही खड़ी रही. आराम करने के बाद ड्राइवर ने दोबारा ट्रेन चलाई, और उसे रोजा जंक्शन तक पहुंचाया. इसके बाद दूसरे ड्रायवर को ट्रेन सौंपी गई. अब इसके पीछे आप किसे जिम्मेदार मानते हैं, ट्रेन के ड्रायवर को, या फिर ट्रेन ड्रायवर की ड्यूटी लगाने वाले अधिकारियों को, जिन्होने इस तरह का शेड्यूल बनाया, जिसमें लोको पायलट की नींद ही पूरी नहीं हो रही है. कमेंट कर जरूर बताएं.