जगदलपुर : वन विभाग के अनुसार बस्तर में पांच प्रकार की बांस की प्रजातियां पाई जाती हैं और देशभर में बांस की 210 प्रकार की प्रजातियां हैं। इनमें से अधिकांश को स्थानीय लामनी पार्क में इनका राईजोम लाकर यहां रोपण किया जा रहा है। जिससे लोगों को देश के अन्य प्रजाति के बांसों को भी देखने का अवसर प्राप्त होगा और जो प्रजाति यहां पर अधिक पनपकर रोजगार देने की क्षमता रखती है उसे बस्तर के अन्य क्षेत्रों में भी रोपण कर आर्थिक रूप से लाभ भी कमाया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय स्तर पर दो सौ दस जातियों के बांसों की उपलब्धता के साथ इन बांसों के संरक्षण की भी समस्या दूर करने लामनी पार्क में बैम्बू सैटर्न बनाया गया है और पिछले दिनों पर्यावरण विद डॉ रहमत अली के निर्देशन में इन्हें रोपा गया था। अब इनका रोपण सफल होकर बांस भी पनपने लगे हैं। जो कि शीघ्र ही भविष्य में बड़े होकर इस लामनी पार्क की विविधता को बढ़ाने में सहायक होंगी।
इस संबंध में वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि बैम्बू सैटर्न साढ़े 6 हेक्टेयर क्षेत्र में विस्तारित है और देश भर के सभी 210 प्रजातियों का रोपण किया गया है। बस्तर की जलवायु इन बांस के पौधों को अनुकूल लग रही है और शीघ्र ही इनका विस्तारित रूप सामने दिखेगा।
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