अलग अलग भाषाओं में विधायकों ने ली शपथ. शपथ ग्रहण कार्यक्रम की खास बात ये रही कि यहां भाषाओं का मेल देखने को मिला. हिंदी, संस्कृत, छत्तीसगढ़ी व अंग्रेजी भाषा में अलग अलग विधायकों ने शपथ ली. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी बोली में शपथ ली. इसके बाद मंत्री टीएस सिंहदेव और उनके बाद मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शपथ ली. इन दोनों मंत्रियों ने भी छत्तीसगढ़ी में ही शपथ ली. सामरी से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने चिंतामणी महराज ने संस्कृत में शपथ ली. सोशल मीडिया सहित आम लोगों में भी इसकी काफी सराहना हुई. छत्तीसगढ़ विधानसभा के पांचवें अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने छत्तीसगढ़ी बोली में शपथ ली. इसके साथ ही उन्होंने अपना संबोधन भी छत्तीसगढ़ी में ही शुरू किया. पूर्व मंत्री और भाजपा के कद्दावर नेता व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ी बोली में शपथ ली. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी व कोटा से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के टिकट पर विधायक रेणु जोगी ने हिंदी में शपथ ली. कोरिया सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक अंबिका सिंहदेव ने अंग्रेजी में शपथ ली. ये इकलौती विधायक थीं, जिन्होंने अंग्रेजी भाषा में शपथ लिया. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ी बोली में शपथ ली. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने हिंदी में शपथ ली. इसके बाद कहा कि अब तक हम पक्ष में थे. अब मजबूत विपक्ष बनकर जनता की बात रखेंगे छत्तीसगढ़ विधानसभा के सबसे युवा विधायक 28 वर्षीय देवेन्द्र यादव ने हिंदी में शपथ ली. https://www.youtube.com/watch?v=iBGxyosijgk