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52 घंटे के बाद भी बर्फ में लापता हैं ITBP के पांच जवान
- हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में हिमस्खलन होने के कारण बीते बुधवार को भारत-तिब्बत सीमा बल (आईटीबीपी) के 6 जवान फंस गए थे. इस हादसे में फंसे कुल 6 जवानों में से एक की मौत हो गई थी, जबकि बाकी फंसे 5 जवानों का अभी तक कोई अता-पता नहीं है. बचाव कार्य ने गुरुवार को एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था, मगर भारी बर्फबारी होने के कारण वे अपने साथियों को खोजने में नाकाम रहे. प्रशासन ने संदेह जताया है कि बर्फ में दबे पांच सैनिकों के बचने की संभावना बहुत कम है.
- खोज अभियान का शुक्रवार को तीसरा दिन है, इस हादसे को घटित हुए पूरे 52 घंटे बीत चुके हैं. लेकिन तिब्बत सीमा के पास खराब मौसम के कारण बचावकर्मी खोज अभियान को गुरुवार को फिर से अभियान शुरू करने में असमर्थ रहे. राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक रात भर हुई बर्फबारी के कारण शुक्रवार सुबह अभियान शुरू नहीं हो सका, मगर उम्मीद है कि मौसम साफ होने के बाद एक बार फिर अभियान शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गुरुवार को भी क्षेत्र में भारी बर्फबारी और हिमस्खलन के कारण बचाव अभियान अधिकांश समय बंद रहा. इस अभियान में सेना के जवान के साथ-साथ राहत कर्मी भी शामिल हैं.
- बता दें कि हिमस्खलन बुधवार को उस समय हुआ जब तिब्बत सीमा से सटे नामिया डोगरी के पास का ग्लेशियर खिसक गया था. जिसमें नियमित गश्त पर निकले 16 सैनिकों में से छह सैनिक बर्फ में दब गए थे. बुधवार को हादसे के बाद किन्नौर के उपायुक्त गोपालचंद ने बताया कि एक जवान का शव बरामद हुआ है जबकि पांच अन्य का अब तक पता नहीं चला है. जिस जवान का शव मिला है, उसकी पहचान हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के घुमारपुर गांव के रमेश कुमार (41) के रूप में हुई है.