प्राचीन काल गणना का केंद्र-उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर से श्रद्धालुओं को मिलेंगे घड़ी, पंचांग और कैलेंडर

उज्जैन : उज्जैन को प्राचीन काल गणना का केंद्र माना जाता है। इसलिए यहां ऐसे पौराणिक और ऐतिहासिक स्थान मौजूद हैं, जिनका सीधा संबंध समय और समय की गणना से है। कालगणना से ज्योतिष विद्या का उद् भव हुआ है।
महाकाल यानी काल के देवता। अब महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति महाकाल की इस पहचान को नए सिरे से श्रद्धालुओं तक पहुंचाने के लिए यहां से पंचांग और कैलेंडर प्रकाशित करने के साथ श्रद्धालुओं को घड़ी भी उपलब्ध करा सकती है। इस संबंध में एक प्रस्ताव समिति के पास विचाराधीन है। चैत्र से शुरू होने वाले नए हिंदू नववर्ष विक्रम संवत से पंचांग और कैलेंडर की शुरुआत हो जाएगी।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव मानते हैं कि उज्जैन को फिर से विश्व की कालगणना का केंद्र बनाना है तो इस पहचान को फिर से स्थापित करना होगा। इसका पहला कदम महाकाल मंदिर समिति की ओर से ही उठना चाहिए। इसलिए समिति को प्रस्ताव दिया है कि यहां श्रद्धालुओं को समय की प्रतीक घड़ी, पंचांग व कैलेंडर उपलब्ध होना चाहिए।