
कोरबा : भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन एनएसयूआइ ने पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय की आगामी परीक्षाओं को लेकर कुलपति को पत्र लिखा है। इसमें कहा गया है कोरोनाकाल में महामारी के संक्रमण की संभावनाओं के मद्देनजर प्रत्यक्ष परीक्षाओं का आयोजन उचित नहीं। कार्यकर्ताओं ने छात्र हित को ध्यान में रखते हुए इन परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की है।
एनएसयूआइ कोरबा इकाई के जिलाध्यक्ष मसूद अहसन के नेतृत्व में मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम यह ज्ञापन जिले की अग्रणी संस्था शासकीय इंजीनयर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोरबा के प्राचार्य डा आरके सक्सेना को सौंपा है। ज्ञापन के माध्यम से एनएसयूआइ ने आगामी माह में होने वाले विश्वविद्यालयीन परीक्षा का उल्लेख करते हुए उनको स्थगित करने की मांग की है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस वैश्विक कोरोना महामारी में छात्र-छात्राओं की परीक्षा करना अनुचित है। मसूद ने कहा कि सबसे पहले छात्रों व उनके परिजनों की सेहत जरूरी हैए जिसे इस तरह परीक्षाओं का आयोजन कर खतरे में डाला जाना उचित नहीं लग रहा। जब तक महामारी रोकथाम के कारगर इंतजाम सुनिश्चित नहीं कर लिए जाते, यह प्रक्रिया टाल दी जानी चाहिए।
मसूद ने यह भी मांग की है कि छात्रों के भविष्य के लिए परीक्षा कार्य आवश्यक है, लेकिन उसके लिए कक्षाओं में बैठकर पर्चा भरने की प्रत्यक्ष परीक्षा की बजाय आनलाइन प्रणाली का विकल्प भी मौजूद है। अगर विश्वविद्यालय परीक्षा आयोजित करना ही चाहती है, तो अन्य विश्वविद्यालयों ने जिस तरह आनलाइन पद्धति से परीक्षा कराई है, उस पद्धति से कराए। ताकि इस आयोजन के चलते किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा न उत्पन्ना हो। ज्ञापन सौपने में दौरान मसूद अहसन के साथ मुख्य रूप से दविंदर सिंह गांधी और मेहशर इमाम उपस्थित थे।