खुशखबरी…! मिल गया कोरोना का तोड़, मोदी सरकार ने दिए इस दवा का प्रॉडक्शन बढ़ाने के निर्देश

नईदिल्ली: (Fourth Eye News) पूरे देश में कोरोना वायरस ने आतंक मचा रखा है, कश्मीर से लेकर कन्याकुमरी तक हर कोई इस बीमीरी की वजह से खौफ में हैं, और हो भी क्यों न, इस बीमारी ने पूरी दुनिया में अबतक 4 हजार से ज्यादा लोगों की जान ले ली है, तो करीब सवा लाख लोग इसकी चपेट में हैं, कोरोना वायरस के खतरे से अब भारत भी अछूता नहीं रह गया है.
भारत में अबतक 75 से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन इसी बीच ये अच्छी खबर निकलकर सामने आ रही है, भारत में एक दवा ऐसी है जिससे करोना के मरीजों को राहत मिल रही है, उनकी हालत में सुधार देखा जा रहा है, और इस दवा का प्रॉडक्शन बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने निर्देश भी जारी कर दिया है.
दरअसल एचाईवी के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा लोपिनाविर और रिटोनाविर कोरोना के मरीजों पर कारगर साबित हो रही है । इसके मद्देनजर नरेंद्र मोदी सरकार ने फर्मा कंपनियों से दोनों दवाइयों का प्रोडक्शन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दवा कंपनियों के साथ लंबी बैठक की। इसमें कमिटी ऑफ एक्सपर्ट्स ने सिपला, माइलन, ऑरोबिंदो और अन्य कंपनियों को एंटी एचआईवी दवाइयों का स्टॉक बढ़ाने को कहा है। लोपिनाविर और रिटोनाविर एंटी रेट्रोवायरल दवा है। ये एचाआईवी को स्वस्थ कोशिकाओं में घुसने से रोकती है। भारत इस समय इन दोनों दवाइयों का निर्यात अफ्रीकी देशों को करता है।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने आईसीएमआर को इस बात की अनुमति दी है कि Covid-19 के इलाज में एंटी एचआईवी दवाइयों का इस्तेमाल किया जा सकता है। फिलहाल कोरोना वायरस का कोई पक्का इलाज ज्ञात नहीं है।
हालांकि पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस बीमारी के इलाज में इस्तेमाल होने वली दवा की खोज में लगे हैं औऱ उम्मीद की जानी चाहिए कि जल्द ही इस बीमारी की दवा मिल जाएगी और दुनियाभर में फैला खौफ दूर हो जाएगा. वैसे आपको बता दें कि कोरोना वायरस अगर किसी को हो भी जाता है, तो इसका मतलब ये नहीं है कि उसकी मौत पक्की है, इसमें बीमारी से मौत का आंकड़ा महज ढाई प्रतिशत है, यानि दो सौ में से पांच लोगो की ही इस बीमारी की वजह से मौत हुई है । तो जो लोग इस बीमारी के आने से डर रहे हैं उनके साथ यह जानकारी जरूर शेयर करें।