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गिरौदपुरी धाम में जन्माष्टमी की भव्य तैयारी, श्रद्धालुओं के स्वागत को सज रहा संत गुरु घासीदास जी की तपोभूमि

बलौदाबाजार। संत शिरोमणि गुरु घासीदास जी की जन्मस्थली और तपोभूमि गिरौदपुरी धाम में इस वर्ष 16 अगस्त 2025 को जन्माष्टमी का पर्व पूरे श्रद्धा और भव्यता के साथ मनाया जाएगा। श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है।

बलौदाबाजार-भाटापारा कलेक्टर दीपक सोनी ने बुधवार को गिरौदपुरी धाम पहुंचकर गुरु गद्दी के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात उन्होंने अधिकारियों के साथ जन्माष्टमी उत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने तीर्थ स्थल पर पेयजल, विद्युत, चिकित्सा, एम्बुलेंस, साफ-सफाई, सुरक्षा, शौचालय और पार्किंग जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।

तीर्थ क्षेत्र में विकास की नई लहर

गिरौदपुरी में श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु 3 करोड़ रुपये की लागत से छायादार शेड का निर्माण जल्द शुरू होगा। इसके अलावा, गिरौदपुरी मेला क्षेत्र के लिए स्वीकृत 5 सोलर हाई मास्ट लाइट्स में से शेष दो को प्राथमिकता से लगाने के निर्देश दिए गए हैं।

पर्यटन विभाग द्वारा कुल 1.28 करोड़ रुपये के दस विकास कार्यों की अनुशंसा की गई है, जिसमें प्रमुख रूप से:

अमृत कुण्ड से पंचकुण्डीय होते हुए छाता पहाड़ तक सीढ़ी निर्माण (तीन चरणों में)

मेला परिसर का समतलीकरण

छाता पहाड़ में शेड निर्माण

गिरौदपुरी में सामुदायिक भवन निर्माण

शामिल हैं। इन सभी कार्यों को ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा।

56 करोड़ की पेयजल परियोजना से 23 गांव होंगे लाभान्वित

गिरौदपुरी समूह पेयजल परियोजना की स्वीकृति के साथ क्षेत्र के 23 गांवों को स्वच्छ जल आपूर्ति का आश्वासन मिला है। यह कार्य मार्च 2026 तक पूरा कर लिया जाएगा।

मुख्यमंत्री की घोषणा से विकास को नई दिशा

अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा गिरौदपुरी क्षेत्र के विकास के लिए प्राधिकरण मद से 2 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास को गति मिलेगी।

कलेक्टर सोनी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से निर्वहन करें ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वे गिरौदपुरी धाम में एक दिव्य और अलौकिक अनुभूति के साथ जन्माष्टमी का पर्व मना सकें।

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