सूरज की रोशनी से रोशन हुए घर, छत्तीसगढ़ में सौर ऊर्जा से बदल रही ज़िंदगी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ‘प्रधानमंत्री सूर्यघर मुक्त बिजली योजना’ आम लोगों की ज़िंदगी में नई रौशनी ला रही है। इस योजना के अंतर्गत लगाए जा रहे रूफटॉप सोलर पैनलों से न सिर्फ बिजली बिल में राहत मिल रही है, बल्कि ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में भी बड़ी पहल हो रही है।
मुंगेली ज़िले के लोरमी नगर में रहने वाले प्रेम कुमार मिश्रा ने अपने घर की छत पर 3 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाया है। उन्होंने राष्ट्रीय पोर्टल पर आवेदन कर योजना का लाभ उठाया, जिसके बाद उनके मकान की छत पर संयंत्र स्थापित किया गया। प्रेम कुमार का कहना है कि यह योजना मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए उम्मीद की एक नई किरण लेकर आई है। अब सूरज की रौशनी से उनका घर सचमुच रोशन हो रहा है — यह अब सिर्फ सपना नहीं, हकीकत है।
इस योजना के तहत नागरिकों को केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा रूफटॉप सोलर लगाने पर 30,000 से लेकर 1,08,000 रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है। 1 किलोवाट पर 45,000 रुपये, 2 किलोवाट पर 90,000 रुपये और 3 किलोवाट पर 1,08,000 रुपये की सब्सिडी सुनिश्चित की गई है। साथ ही, बैंकों के माध्यम से आसान किश्तों में ऋण की सुविधा भी दी जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है।
यह योजना न केवल बिजली की बचत कर रही है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देकर पर्यावरण की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।




