स्वच्छता दीदियों को सलाम: जशपुर ने दिखाई मिसाल, देशभर में बढ़ाया मान

रायपुर। जशपुर जिले के गांव बगिया में एक खास समारोह हुआ, जिसमें उन महिलाओं को सम्मानित किया गया जो हर सुबह गली-गली सफाई करने निकलती हैं—हमारी स्वच्छता दीदियाँ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इन दीदियों को साड़ी, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया और कहा कि स्वच्छता कोई एक दिन की बात नहीं, यह हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।
उन्होंने बताया कि जब वे पहले गांवों का दौरा करते थे, तो सड़कों के किनारे बिखरा कचरा देखकर दुख होता था। लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल से शुरू हुआ स्वच्छ भारत मिशन अब एक जनआंदोलन बन चुका है। खुद झाड़ू उठाकर लोगों को प्रेरित करने वाले इस आंदोलन ने पूरे देश में सफाई की नई सोच पैदा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जशपुर की सफाई में सबसे बड़ी भूमिका हमारी स्वच्छता दीदियों की रही है। उनके मेहनत, निष्ठा और समर्पण की बदौलत आज जिले ने स्वच्छता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी खास पहचान बना ली है।
2024 के स्वच्छता सर्वेक्षण में जशपुर नगर ने 20,000 से 50,000 की जनसंख्या वर्ग में पूरे देश में 10वां स्थान हासिल किया, जो कि पिछले साल की 505वीं रैंक से बड़ी छलांग है। कुनकुरी, पत्थलगांव, बगीचा और कोतबा नगर पंचायतों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। यह सफलता प्रशासन और दीदियों की संयुक्त मेहनत का नतीजा है।
जिले में सड़क निर्माण, सामुदायिक शौचालयों का उन्नयन, चौक-चौराहों का सौंदर्यीकरण, वेस्ट मटेरियल से पार्कों का निर्माण और कम्पोस्टिंग सेंटर जैसी योजनाएं चल रही हैं। लेकिन इन सबकी जान हैं वे महिलाएं, जो सुबह-सुबह हर गली में जाकर कचरा इकट्ठा करती हैं।
कार्यक्रम में जशपुर विधायक रायमुनी भगत और पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने भी इन दीदियों के काम को सराहा। उन्होंने कहा कि एक समय था जब सफाई को समाज में हेय दृष्टि से देखा जाता था, लेकिन अब यही काम समाज को नई दिशा दे रहा है।
इस मौके पर जिला प्रशासन और नगर निकायों के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।