भारत-रूस की दोस्ती: अब रसोई तक पहुंची यारी की खुशबू!

जब पूरी दुनिया गुटबाज़ी में उलझी थी, तब भारत और रूस ने अपने रिश्ते को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया — अब ये दोस्ती तेल और हथियारों से आगे बढ़कर हमारी थाली तक पहुंच गई है।
जहां एक ओर रूस ने मुश्किल वक़्त में भारत के लिए अपने दरवाज़े खोले, वहीं भारत ने भी दोस्ती की मिसाल पेश की — दालों की ख़रीदारी के जरिए भरोसे की खेती कर दी।
9.46 लाख टन दालें,
460.9 मिलियन डॉलर (38 अरब रुपये) का व्यापार,
दूसरा सबसे बड़ा मटर निर्यातक,
रूस बना टॉप-5 एग्रीकल्चर पार्टनर —ये आंकड़े नहीं, दोस्ती की मिसाल हैं।
और बात यहीं नहीं रुकी
जब अमेरिका ने टैरिफ का दबाव बनाया, तो भारत ने न झुका, न रुका — जुलाई से अगस्त में रूस से तेल की खरीद और बढ़ा दी। अगस्त में भारत ने 2.9 बिलियन यूरो का तेल रूस से खरीदा — अमेरिका को करारा जवाब!
इस यारी ने दुनिया को दिखा दिया कि
👉 भारत सिर्फ रणनीतिक साझेदार नहीं, भरोसेमंद दोस्त है।
👉 तेल से लेकर दाल तक — दोस्ती के हर स्वाद में भारत-रूस की मिठास घुल गई है।